बोकारो: झारखंड के बोकारो स्टील प्लांट में 17 दिनों से धरने पर बैठे आंदोलनकारियों पर पुलिस ने बल प्रयोग किया. आरोप है कि स्टील प्लांट के प्रशासनिक भवन के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे विस्थापित अप्रेंटिस संघ के सदस्यों पर सीआईएसफ ने लाठीचार्ज किया. इसके बाद मौके पर पहुंची सिटी पुलिस टीम ने आंदोलनकारियों को जबरन गाड़ियों में बैठाया और उन्हें थाने ले गई. जानकारी के अनुसार, प्रदर्शनकारी सरकार से प्लांट में नौकरी की मांग कर रहे थे. आंदोलनकारियों का कहना था कि उन्होंने दो साल पहले अप्रेंटिस की ट्रेनिंग पूरी की थी. तब उनसे नौकरी देने का वादा किया गया था. ये सभी पिछले दो साल से नौकरी का इंतजार कर रहे थे.
क्या कहते हैं सिटी थाना प्रभारी: विस्थापित अप्रेंटिस संघ के सदस्यों ने सोमवार को बोकारो स्टील के प्रशासनिक भवन के तीन गेटों को जाम करने की घोषणा की थी. जब आंदोलनकारी जाम लगाने पहुंचे तो वहां मौजूद बोकारो स्टील के सीआईएसएफ सुरक्षाकर्मियों ने महिलाओं और पुरुषों पर लाठीचार्ज कर दिया. इस दौरान आंदोलनकारी महिलाएं चोटिल भी हो गईं. हालांकि, सिटी थाना प्रभारी संतोष कुमार ने लाठीचार्ज की बात से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी सड़क से गुजरने वाले वाहनों को रोककर रोड जाम कर रहे थे. इसी कारण बल प्रयोग कर उन्हें मौके से हटाकर थाने ले जाया गया.
महिलाओं को लात से मारने का आरोप: विस्थापित अप्रेंटिस संघ ने आरोप लगाया है कि जब आंदोलकारियों को सीआईएसएफ की गाड़ी में बैठाकर कैंप जेल ले जाया जा रहा था, तब उन्हें खाने के लिए एक्सपायर्ड बिस्किट दिए गए. इसके अलावा धरने पर बैठी लड़कियों और महिलाओं ने सीआईएसएफ महिला बल पर बाल से पकड़कर घसीटने और लात से मारने का आरोप लगाया है. सभी आंदोलनकारियों को फिलहाल धरनास्थल से उठाकर सेक्टर 4 स्थित स्टेडियम में बने कैंप जेल में भेज दिया गया है.
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