चेन्नई: राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य खुशबू सुंदर ने अपने पिता को लेकर बड़ा खुलासा किया है. खुशबू सुंदर ने कहा है कि जब वह आठ साल की थीं, तब उनके पिता ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. खुशबू ने कहा कि जब किसी बच्चे का यौन शोषण होता है, तो जीवन भर निशान बना रहता है, यह बात मायने नहीं रखती कि बच्चा लड़का है या लड़की. उन्होंने कहा कि उनकी मां बहुत अपमानजनक दौर से गुजरीं.
खुशबू ने कहा, उसके पिता सोचते थे कि अपनी पत्नी, बच्चों को पीटना और अपनी इकलौती बेटी को गाली देना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है. परिवार के अन्य सदस्यों के दुर्व्यवहार के डर से उसका मुंह बंद रहता था. उन्होंने कहा कि उनके साथ जो दुर्व्यवहार हुआ, क्या उनकी मां विश्वास करेंगी, क्योंकि उनकी मानसिकता 'कुछ भी हो, मेरा पति मेरा देवता है' वाली रही.
खुशबू ने कहा, जब वह 15 साल की हुईं, तो सोचा कि अब बहुत हो गया और उसने अपने पिता के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया. अभिनेत्री से नेता बनीं अभिनेत्री ने कहा कि जब वह केवल 16 साल की थीं तब उनके पिता ने परिवार को अधर में छोड़ दिया और परिवार को नहीं पता था कि अगला भोजन कहां से मिलेगा.
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तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष के अन्नामलाई ने सोमवार को कहा कि एक्ट्रेस से नेता बनीं और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य खुशबू सुंदर को राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) के सदस्य के रूप में नामित किया गया है. एनसीडब्ल्यू निदेशक की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि नामांकन कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष की अवधि के लिए या 65 वर्ष की आयु तक के लिए है.
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अन्नामलाई ने एक ट्वीट में खुशबू को एनसीडब्ल्यू सदस्य के पद के लिए नामांकन पर बधाई दी. उन्होंने कहा: यह उनके अथक प्रयास और महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ाई की पहचान है. खुशबू ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि अन्नामलाई हमेशा उनके लिए एक महान प्रोत्साहन रहे हैं. खुशबू प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक नेताओं के खिलाफ अपने बयानों के लिए चर्चा में रही हैं.
(आईएएनएस)