चंडीगढ़ : विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को 2015 के कोटकपूरा पुलिस गोलीबारी मामले में समन जारी कर 16 जून को पेश होने के लिए कहा है.
फरीदकोट में 2015 में गुरु ग्रंथ साहिब की कथित बेअदबी और उसके बाद हुई पुलिस गोलीबारी की घटनाओं के समय बादल मुख्यमंत्री थे. गोलीबारी की घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई थी.
समन के अनुसार बादल (93) को मामलों की जांच के सिलसिले में 16 जून पूर्वाह्न 10:30 बजे एसएएस नगर (मोहाली) के फेस-8 आठ में स्थित विश्राम गृह पीएसपीसीएल में व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए कहा गया है.
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष बादल के प्रधान सलाहकार हरचरण बैंस ने समन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'हम एसआईटी के साथ पूरा सहयोग करेंगे.'
इस मामले की जांच करने वाली पिछली एसआईटी ने 2018 में बादल से पूछताछ की थी. उन्होंने तब कहा था कि एसआईटी जांच 'राजनीति से प्रेरित' है और यह उन्हें बदनाम करने का प्रयास है.
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क्या है पूरा मामला?
1 जून, 2014 को गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला गुरुद्वारा साहिब से गुरु ग्रंथ साहिब चोरी हो गई थी और 25 सितंबर को बुर्ज जवाहर सिंह वाला में आपत्तिजनक पोस्टर लगाए गए थे. 12 अक्टूबर को चोरी हुए गुरु ग्रंथ साहिब के पन्ने गांव बरगारी की गलियों में बिखरे पाए गए. 13 अक्टूबर को सिख समूहों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कोटकपूरा चौक पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग कर दी.