कोंडागांव : एक तरफ केंद्र से लेकर राज्य सरकारें प्रदेशों में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए अभियान चला रही है. दूसरी तरफ शिकारी बाघ को निशाना बनाकर उनके खाल और शरीर के अंगों का सौदा करने में आमादा हैं. छत्तीसगढ़ में पिछले दिनों बाघ की खाल समेत कई शिकारियों को दबोचा गया था. वहीं अब कोंडागांव में बाघ की खाल के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया गया है.
ग्राहक की तलाश में जुटे थे तस्कर: चारों आरोपी नारायणपुर जिले के अलग-अलग क्षेत्रों के निवासी हैं. कोंडागांव पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार के मुताबिक, बयानार थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम टेमरूगांव के जंगल के पास चार व्यक्ति अपनी मोटरसाइकिल में नीले रंग की एक पॉलिथीन में वन्य प्राणी बाघ का खाल रखकर ग्राहक की जुगाड़ में खड़े थे.तभी कार्रवाई की गई.
'' मुखबिर से सूचना के आधार पर साइबर सेल, थाना बयानार पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में चारों व्यक्तियों को दो मोटरसाइकिल समेत पकड़ा गया. तलाशी लेने पर उनके कब्जे में एक नग बाघ खाल पॉलिथीन के अंदर मिला. दूसरे पॉलिथीन में बाघ के दांत और अन्य अवशेष मिले. जिसे पुलिस ने जब्त किया है.'' वाय अक्षय कुमार, एसपी
लाखों में है बाघ के खाल की कीमत : आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत कार्रवाई की गई है.चारों तस्करों को गिरफ्तारी के बाद जेल भेजा गया है. चारों आरोपियों के नाम कारुराम गोटा, सोनू राम कुमेटी, देउराम उसेंडी और लखमु ध्रुव है.सभी आरोपी कच्चापाल ओरछा जिला नारायणपुर के निवासी हैं. आरोपियों से वन्य प्राणी बाघ खाल और दांत जब्त किया गया है.जिसकी कीमत 20 लाख रुपए बताई जा रही है. पुलिस ने आरोपियों के पास से मोटरसाइकिल और मोबाइल भी जब्त किए हैं.
ओडिशा का बाइक चोर गैंग चढ़ा पुलिस के हत्थे |
ट्रैक्टर में गांजा तस्करी करने वाला आरोपी गिरफ्तार |
बाघ खाल की तस्करी कर रहे तेरह आरोपी गिरफ्तार |
इस कार्रवाई में साइबर प्रभारी निरीक्षक तापेश्वर नेताम और निरीक्षक विजय वर्मा ने अहम भूमिका निभाई है. इससे पहले बीजापुर में भी बाघ के खाल की तस्करी की जा रही थी. उस दौरान भी पुलिस ने कार्रवाई की थी और तस्करों को धर दबोचा था.