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MQ9 Reaper ड्रोन और R9X hellfire missile ने कुछ यूं किया अल-जवाहिरी का काम तमाम

एमक्यू 9 रीपर ड्रोन की खासियत ही यही है कि उसके आने-जाने की खबर तक नहीं चलती, जब तक वह हमला नहीं कर देता. और कम बारुद और धारदार ब्लेड्स से लैस मिसाइल R9X हेलफायर मिसाइल ने सिर्फ अल-जवाहिरी का किया खात्मा.

MQ9 Reaper
MQ9 Reaper
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Published : Aug 2, 2022, 1:03 PM IST

नई दिल्ली : जब से अमेरिकी जासूसी संस्था सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) ने राष्ट्रपति बाइडेन को अल-कायदा के नेता और दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक अयमान अल-जवाहिरी के ठीकाने के बारे में जानकारी दी थी और ऑपरेशन की अनुमति मांगी तो बाइडेन का सारा जोर इसपर था कि ऑपरेशन में सिर्फ अल-कायदा का सरगना अयमान अल-जवाहिरी ही मारा जाए और किसी भी अन्य व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं हो. एक धनी आबादी वाले क्षेत्र में इस मिशन को अंजाम दिया हंटर-किलर यूएवी श्रेणी के ड्रोन एमक्यू 9 रीपर और R9X हेलफायर मिसाइल ने.

R9X हेलफायर मिसाइल
R9X हेलफायर मिसाइल

ड्रोन एमक्यू 9 रीपर के बारे में तो हम आगे बात करेंगे, लेकिन पहले संक्षिप्त में जान लेते हैं R9X हेलफायर मिसाइल के बारे में. R9X हेलफायर मिसाइल टारगेटेड हमले में इस्तेमाल होता है. इससे कलैटरल डैमेज होने की संभावना सबसे कम होती है. इसमें बारूद कम और धारदार ब्लेड्स का उपयोग ज्यादा किया जाता है. ये ब्लेड्स विस्फोट के बाद टारगेट को चक्र की तरह घूमते हुए चीर-फाड़ डालते हैं. R9X हेलफायर मिसाइल को ड्रोन, हेलिकॉप्टर, फाइटर जेट से दागा जा सकता है. इसकी नाक पर कैमरे, सेंसर्स लगे होते हैं. जो विस्फोट से पहले तक रिकॉर्डिंग करते रहते हैं. साथ ही विस्फोट से पहले टारगेट की सही स्थिति का पता लगाते रहते हैं.

इसमें तेज धार वाले धातु के ब्लेड्स होते हैं. जो अलग-अलग लेयर में लगाए जाते हैं. बारूद का विस्फोट इन्हें सिर्फ तेजी से आगे बढ़ने की ताकत देता है. फटने पर छह ब्लेड्स का एक सेट निकलता हैं. इनके सामने आने वाला कोई भी इंसान कई टुकड़ों में कट जाता है. इससे सिर्फ उसी टारगेट को नुकसान पहुंचता है, जिसे निशाना बनाया जाता है. आसपास नुकसान कम होता है.

पढ़ें: अल-जवाहिरी का खात्मा : चार महीने तक CIA और बाइडेन ने की प्लानिंग

एमक्यू 9 रीपर ड्रोन
एमक्यू 9 रीपर ड्रोन

बात करते हैं एमक्यू 9 रीपर ड्रोन की जो पायलट रहित होता है. इसे जॉय स्टिक के जरिए दूर बैठकर चलाने के लिए दो ऑपरेटर्स की जरूरत होती हैं. इसे अमेरिकी कंपनी जनरल एटॉमिक्स ने बनाया है. यह सर्विलांस, जासूसी, सूचना जमा करना या फिर दुश्मन के ठिकाने पर चुपके से हमला करने में सक्षम है. एमक्यू 9 रीपर दुनिया का पहला ड्रोन है जो हंटर-किलर यूएवी श्रेणी में ज्यादा समय तक और ज्यादा ऊंचाई से निगरानी करने में सक्षम हैं. एमक्यू 9 रीपर (MQ9 Reaper Drone) की रेंज 1900 किलोमीटर है. यह अपने साथ 1700 किलोग्राम वजन का हथियार लेकर जा सकता है. इसकी लंबाई 36.1 फीट, विंगस्पैन 65.7 फीट, ऊंचाई 12.6 फीट होती है. ड्रोन का खाली वजन 2223 किलोग्राम होता है. जिसमें 1800 किलोग्राम ईंधन की क्षमता होती है. एमक्यू 9 रीपर की गति 482 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है. जो 50 हजार फीट की ऊंचाई से दुश्मन को देखकर उसपर मिसाइल से हमला कर सकता है. हालांकि, यह आमतौर पर 25 हजार फीट की ऊंचाई पर ही उड़ाया जाता है.

एमक्यू 9 रीपर ड्रोन
एमक्यू 9 रीपर ड्रोन

एमक्यू 9 रीपर पर हमले के लिए मिसाइल (Missile) लगाए जाते हैं. इसमें सात हार्ड प्वाइंट (7 Hard Points) होते हैं, दो इनबोर्ड स्टेशन, दो मिडल स्टेशन एक आउटबोर्ड स्टेशन और सेंटर स्टेशन. यह बेहद तकनीकी सिस्टम है जो मिसाइलों को दागने के लिए उपयोग में लाया जाता है. इसमें 4 AGM-114 Hellfire मिसाइलें लगी होती हैं, ये हवा से जमीन पर सटीकता से हमला करती हैं. इसके अलावा दो लेजर गाइडेड GBU-12 Paveway II बम भी लगाए जाते हैं. इन दोनों के बजाय आप इस ड्रोन पर अलग-अलग तरीके के हथियारों का उपयोग कर सकते हैं.

पढ़ें: सर्जन से लेकर दुनिया को दहलाने तक ऐसा रहा जवाहिरी का खौफनाक जीवन

जैसे- GBU-38, जो एक ज्वाइंट डायरेक्ट अटैक एम्यूनिशन (JDAM) है. इसके अलावा ब्रिमस्टोन मिसाइल (Brimstone Missile) भी लगाए जा सकते हैं. सभी मिसाइलों और बमों का उपयोग जरुरत के मुताबिक होता है. एमक्यू 9 रीपर (MQ9 Reaper Drone) के अंदर खास तरह के राडार लगे हैं. पहला राडार है AN/DAS-1 MTS-B Multi-Spectral Targeting System जो किसी भी तरह के टारगेट को खोजकर उसपर हमला करने में मदद करता है. दूसरा है- AN/APY-8 Lynx II radar, यह निगरानी और जासूसी में मदद करता है. तीसरा है Raytheon SeaVue Marine Search Radar जिसके जरिए यह ड्रोन समुद्र की गहराई में छिपी पनडुब्बियों को भी खोज लेता है.

पढ़ें: अमेरिका का दावा: अल कायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी मारा गया

नई दिल्ली : जब से अमेरिकी जासूसी संस्था सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) ने राष्ट्रपति बाइडेन को अल-कायदा के नेता और दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक अयमान अल-जवाहिरी के ठीकाने के बारे में जानकारी दी थी और ऑपरेशन की अनुमति मांगी तो बाइडेन का सारा जोर इसपर था कि ऑपरेशन में सिर्फ अल-कायदा का सरगना अयमान अल-जवाहिरी ही मारा जाए और किसी भी अन्य व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं हो. एक धनी आबादी वाले क्षेत्र में इस मिशन को अंजाम दिया हंटर-किलर यूएवी श्रेणी के ड्रोन एमक्यू 9 रीपर और R9X हेलफायर मिसाइल ने.

R9X हेलफायर मिसाइल
R9X हेलफायर मिसाइल

ड्रोन एमक्यू 9 रीपर के बारे में तो हम आगे बात करेंगे, लेकिन पहले संक्षिप्त में जान लेते हैं R9X हेलफायर मिसाइल के बारे में. R9X हेलफायर मिसाइल टारगेटेड हमले में इस्तेमाल होता है. इससे कलैटरल डैमेज होने की संभावना सबसे कम होती है. इसमें बारूद कम और धारदार ब्लेड्स का उपयोग ज्यादा किया जाता है. ये ब्लेड्स विस्फोट के बाद टारगेट को चक्र की तरह घूमते हुए चीर-फाड़ डालते हैं. R9X हेलफायर मिसाइल को ड्रोन, हेलिकॉप्टर, फाइटर जेट से दागा जा सकता है. इसकी नाक पर कैमरे, सेंसर्स लगे होते हैं. जो विस्फोट से पहले तक रिकॉर्डिंग करते रहते हैं. साथ ही विस्फोट से पहले टारगेट की सही स्थिति का पता लगाते रहते हैं.

इसमें तेज धार वाले धातु के ब्लेड्स होते हैं. जो अलग-अलग लेयर में लगाए जाते हैं. बारूद का विस्फोट इन्हें सिर्फ तेजी से आगे बढ़ने की ताकत देता है. फटने पर छह ब्लेड्स का एक सेट निकलता हैं. इनके सामने आने वाला कोई भी इंसान कई टुकड़ों में कट जाता है. इससे सिर्फ उसी टारगेट को नुकसान पहुंचता है, जिसे निशाना बनाया जाता है. आसपास नुकसान कम होता है.

पढ़ें: अल-जवाहिरी का खात्मा : चार महीने तक CIA और बाइडेन ने की प्लानिंग

एमक्यू 9 रीपर ड्रोन
एमक्यू 9 रीपर ड्रोन

बात करते हैं एमक्यू 9 रीपर ड्रोन की जो पायलट रहित होता है. इसे जॉय स्टिक के जरिए दूर बैठकर चलाने के लिए दो ऑपरेटर्स की जरूरत होती हैं. इसे अमेरिकी कंपनी जनरल एटॉमिक्स ने बनाया है. यह सर्विलांस, जासूसी, सूचना जमा करना या फिर दुश्मन के ठिकाने पर चुपके से हमला करने में सक्षम है. एमक्यू 9 रीपर दुनिया का पहला ड्रोन है जो हंटर-किलर यूएवी श्रेणी में ज्यादा समय तक और ज्यादा ऊंचाई से निगरानी करने में सक्षम हैं. एमक्यू 9 रीपर (MQ9 Reaper Drone) की रेंज 1900 किलोमीटर है. यह अपने साथ 1700 किलोग्राम वजन का हथियार लेकर जा सकता है. इसकी लंबाई 36.1 फीट, विंगस्पैन 65.7 फीट, ऊंचाई 12.6 फीट होती है. ड्रोन का खाली वजन 2223 किलोग्राम होता है. जिसमें 1800 किलोग्राम ईंधन की क्षमता होती है. एमक्यू 9 रीपर की गति 482 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है. जो 50 हजार फीट की ऊंचाई से दुश्मन को देखकर उसपर मिसाइल से हमला कर सकता है. हालांकि, यह आमतौर पर 25 हजार फीट की ऊंचाई पर ही उड़ाया जाता है.

एमक्यू 9 रीपर ड्रोन
एमक्यू 9 रीपर ड्रोन

एमक्यू 9 रीपर पर हमले के लिए मिसाइल (Missile) लगाए जाते हैं. इसमें सात हार्ड प्वाइंट (7 Hard Points) होते हैं, दो इनबोर्ड स्टेशन, दो मिडल स्टेशन एक आउटबोर्ड स्टेशन और सेंटर स्टेशन. यह बेहद तकनीकी सिस्टम है जो मिसाइलों को दागने के लिए उपयोग में लाया जाता है. इसमें 4 AGM-114 Hellfire मिसाइलें लगी होती हैं, ये हवा से जमीन पर सटीकता से हमला करती हैं. इसके अलावा दो लेजर गाइडेड GBU-12 Paveway II बम भी लगाए जाते हैं. इन दोनों के बजाय आप इस ड्रोन पर अलग-अलग तरीके के हथियारों का उपयोग कर सकते हैं.

पढ़ें: सर्जन से लेकर दुनिया को दहलाने तक ऐसा रहा जवाहिरी का खौफनाक जीवन

जैसे- GBU-38, जो एक ज्वाइंट डायरेक्ट अटैक एम्यूनिशन (JDAM) है. इसके अलावा ब्रिमस्टोन मिसाइल (Brimstone Missile) भी लगाए जा सकते हैं. सभी मिसाइलों और बमों का उपयोग जरुरत के मुताबिक होता है. एमक्यू 9 रीपर (MQ9 Reaper Drone) के अंदर खास तरह के राडार लगे हैं. पहला राडार है AN/DAS-1 MTS-B Multi-Spectral Targeting System जो किसी भी तरह के टारगेट को खोजकर उसपर हमला करने में मदद करता है. दूसरा है- AN/APY-8 Lynx II radar, यह निगरानी और जासूसी में मदद करता है. तीसरा है Raytheon SeaVue Marine Search Radar जिसके जरिए यह ड्रोन समुद्र की गहराई में छिपी पनडुब्बियों को भी खोज लेता है.

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