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कृषि कानूनों के खिलाफ करनाल के इंद्री में महापंचायत, राकेश टिकैत पहुंचे

kisan mahapanchayat karnal
राकेश टिकैत करेंगे संबोधित
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Published : Feb 14, 2021, 2:59 PM IST

Updated : Feb 15, 2021, 8:01 AM IST

20:35 February 14

जयंत चौधरी ने भी बोला हमला

भरतपुर : दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में जगह-जगह किसान महापंचायत की जा रही है. इसमें कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली आंदोलन को और तेज करने की रणनीति बनाई जा रही है. रविवार को भरतपुर जिले के पिपला गांव में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी, राज्य मंत्री सुभाष गर्ग, नदबई विधायक जोगिंदर अवाना सहित कई नेता मौजूद रहे. महापंचायत में करीब पांच हजार से ज्यादा किसान और महिलाएं जुटीं.

किसानों को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन किसान विरोधी कानून बनाए हैं जिसके विरोध में कई माह से दिल्ली में आंदोलन चल रहा है, लेकिन सरकार अपनी हठधर्मिता के आगे किसानों की नहीं सुन रही. ऐसे में अब केंद्र सरकार के सामने किसान सबसे बड़ी चुनौती है. अगर किसानों की मांगें नहीं मानी गई तो इसका खामियाजा भाजपा सरकार को भुगतना पड़ेगा. किसानों ने केंद्र सरकार को जबाब नहीं दिया तो आगे आने वाली सरकार भी उनके साथ ऐसा ही बर्ताव करेगी. इसलिए दिल्ली आंदोलन को और तेज करना होगा जिससे सरकार किसानों की मांगें मानने को मजबूर हो जाए.

पढ़ें: जनता के प्रति जवाबदेह हो लोकतांत्रिक संस्थाएं: स्पीकर ओम बिरला

क्योंकि देश का किसान आत्मनिर्भर है जबकि देश किसान पर निर्भर हैं. केंद्र सरकार अलग-अलग मुद्दों पर देश की जनता को भटका रही है. अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार के अहम को तोड़ दिया जाए और ये अहम किसान ही तोड़ेगा क्योंकि देश में किसान से बड़ा देशभक्त कोई नहीं. इसके अलावा RLD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि किसान समझ चुके हैं कृषि कानून उनके हित में नहीं हैं. इसलिए वे इसका विरोध कर रहे हैं. इस विरोध को धार देने के लिए लगातार किसान पंचायतों का आयोजन किया जा रहा है. केंद्र सरकार के मंत्री सदन में कहते हैं कि पंजाब का किसान ही आंदोलन कर रहा है, जबकि पूरे देश का किसान प्रदर्शन कर रहा है.

दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में जगह-जगह किसान महापंचायत की जा रही है. जिसमें कृषि कानूनों के खिलाफ और दिल्ली आंदोलन को और तेज करने की रणनीति बनाई जा रही है. आज भरतपुर जिले के पिपला गांव में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी, राज्य मंत्री सुभाष गर्ग, नदबई विधायक जोगिंदर अवाना सहित कई नेता मौजूद रहे. महापंचायत में करीब 5 हजार से ज्यादा किसान और महिलाएं एकत्र हुई हैं.

18:08 February 14

सोनीपत: 18 को रेल रोकने का आह्वान

सोनीपत में भी किसान आंदोलन

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन बीते 81 दिनों से जारी है. इस बीच किसानों द्वारा टोल प्लाजा फ्री करवाए गए, भारत बंद किया गया, 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च हुई. वहीं अब संयुक्त किसान मोर्चा ने 18 फरवरी को रेल रोकने का आह्वान किया है. इसको लेकर भी किसानों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.

18 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा ने पूरे देश भर में रेलवे यातायात को चक्का जाम करने का आह्वान किया है. जिसके मद्देनजर संयुक्त किसान मोर्चा ने वॉलंटियर्स की तैनाती करनी शुरू कर दी है, ताकि 26 जनवरी को जो हिंसा हुई उससे बचा जा सके.  

पंजाब से आए हुए एक किसान गुरदीप ने कहा कि हम 18 तारीख को रेल रोकने के लिए तैयार हैं. गुरदीप ने बताया कि वो सुरक्षा व्यवस्था और शांति के लिए वॉलंटियर कर रहे हैं. हर वॉलंटियर को एक ड्रेस भी दी गई है, ताकि उनकी पहचान हो सके. गुरदीप सिंह ने बताया कि रेल रोको पूरी तरह से सफल होगा.  

18:07 February 14

करनाल: राकेश टिकैत बोले- पूरे देश में आयोजित करेंगे किसान महापंचायत

राकेश टिकैत ने दिया बयान

रविवार को इंद्री में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया. यहां मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचे. उनके साथ संयुक्त किसान मोर्चा के तमाम नेता भी मौजूद रहे. किसानों की महापंचायत के बाद राकेश टिकैत से ईटीवी भारत की टीम ने बातचीत की.

राकेश टिकैत ने बताया कि अब ये आंदोलन और बड़ा होता जा रहा है. उन्होंने कहा कि हर रोज महापंचायत हो रही है और ज्यादा से ज्यादा किसान पहुंच रहे हैं. साथ ही किसान महापंचायतों में आम लोग भी भारी संख्या में आ रहे हैं. अब वो पूरे देश में ऐसे ही किसान महापंचायत करेंगे.

जब ईटीवी भारत ने टिकैत से सवाल किया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि किसान से सिर्फ एक कॉल की दूरी पर हैं, लेकिन बातचीत के लिए निमंत्रण नहीं दे रहे, तो इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि कब तक नहीं देंगे एर महीना, दो महीना फिर तो देंगे ना. जब तक तीन कृषि कानून रद्द नहीं होते तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा.

करनाल के इंद्री में राकेश टिकैत के बड़ी बातें

  • किसानों के हक में सरकार को बात करनी होगी
  • हम सरकार को चैन से नहीं बैठने देंगे
  • संसद में किसानों के लिए मौन का मजाक उड़ाया
  • पूरे देश से किसान से सस्ते में फसल खरीदकर हरियाणा में बेची जाती है
  • एमएसपी की गारंटी सरकार को देनी पड़ेगी
  • ये व्यापारियों के हक के कानून हैं
  • कानून बनने से पहले ही गोदाम बना दिए गए
  • गरीब की रोटी तिजोरी में नहीं जाने देनी
  • जैसे पेट्रोल की कीमत बढ़ती है वैसे रोटी की कीमत बढ़ेगी
  • गुजरात के किसानों को भी आजादी दिलवानी है
  • हम पूरे देश में जाएंगे- राकेश टिकैत

16:28 February 14

किसान महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत, गुरनाम चढूनी

राकेश टिकैत समेत बड़े नेता पहुंचे

राकेश टिकैत, गुरनाम चढूनी समेत कई नेता किसान महापंचायत में पहुंचे. 

16:25 February 14

करनाल: किसान महापंचायत में सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास

ईटीवी भारत ने की बात

किसान सयुक्त मोर्चे के नेता उत्तरी भारत के कई राज्यों में लगातार किसान महापंचायत करके केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में आज करनाल के इंद्री कस्बे में किसानों की महापंचायत का आयोजन किया गया है.

ईटीवी भारत ने जब वहां पर आए हुए किसानों से बात की तो उन्होंने कहा कि हरियाणा में जितने भी किसान महापंचायत किसान सयुक्त मोर्चे के नेताओं की हुई है उन सब से बड़ी किसान पंचायती यह होगी. जिसमें लगभग 40000 किसानों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. 

इस किसान महापंचायत में किसानों के पहुंचने का दौर शुरू हो गया है और वही स्थानीय किसान नेताओं का कहना है कि सयुक्त मोर्चा के बड़े किसान नेता किसान महापंचायत में पहुंचेंगे.

15:33 February 14

नई दिल्ली/गाजियाबाद: शहीद जवानों के नाम निकाला जाएगा कैंडल मार्च

किसान आंदोलन में आज का दिन शहीद जवानों के नाम

किसान आंदोलन में आज का दिन किसानों ने पुलवामा में शहीद हुए जवानों के नाम रखा है. गाजीपुर बॉर्डर के धरना स्थल पर शाम को जवानों के लिए कैंडल मार्च निकाला जाएगा. इसके अलावा आज गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की जगह पूर्व सैनिक मंच संभाल रहे हैं. मतलब साफ है एक तरफ मंच पर आज जवान हैं, तो दूसरी तरफ किसान उनका संबोधन सुन रहे हैं. वहीं देश भक्ति के गीतों से आज सभी का स्वागत किया जा रहा है.

पूर्व सैनिक रहेंगे वक़्ता

रोजाना मंच से किसानों द्वारा संबोधन किया जाता है, लेकिन आज मुख्य वक्ताओं के रूप में सैनिकों को चुना गया है. रोजाना 11 किसान अनशन पर बैठते हैं। लेकिन आज उनकी जगह 11 पूर्व सैनिक अनशन पर बैठे हुए हैं. साफ तौर पर देशभक्ति की एक तस्वीर गाज़ीपुर बॉर्डर के मंच पर देखी जा सकती है. शाम को पूरा नजारा मोमबत्ती की रोशनी से सराबोर हो जाएगा, क्योंकि गाजीपुर बॉर्डर के बैरिकेड से लेकर मंच तक कैंडल मार्च की तैयारी की जा रही है.

मारे गए किसानों को मिले शहीद का दर्जा

मंच के पास में उन किसानों की तस्वीर भी लगाई गई है, जो आंदोलन के दौरान अपनी जान गवा बैठे हैं. मांग की जा रही है कि उन किसानों को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए. साथ ही किसान लगातार अपनी मांग भी दोहरा रहे हैं कि एमएसपी पर कानून बने और तीनों कृषि कानून सरकार जल्द से जल्द वापस ले।जिससे वे सभी अपने घर वापस लौट सकें.

14:52 February 14

किसान महापंचायत में भीड़ जुटनी शुरू

करनाल में हो रही किसान पंचायत

लगभग 2 बजे के आसपास पहुंचेंगे किसान सयुक्त मोर्चे के नेता. तीन कृषि कानूनों के विरोध में की जा रही है इंद्री की आनाज मंडी में किसान महापंचायत.

14:49 February 14

सीएम मनोहर लाल के गृह जिले में हो रही किसान पंचायत

करनाल में हो रही किसान पंचायत

इंद्री की अनाज मंडी में आज किसानों की महापंचायत आयोजित की गई है. जिसमें किसानों के पहुंचने का दौर भी शुरू हो गया है.  इस किसान महापंचायत में राकेश टिकैत गुरनाम सिंह चढूनी समेत किसान युक्त मोर्चे के कई बड़े किसान नेता पहुंचेंगे. 

कहीं ना कहीं इस महापंचायत को करनाल जिले में करना इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का यह गृह जिला है और करनाल के अंतर्गत ही इंद्री विधानसभा आती है इसलिए भाजपा पर दबाव डालने के लिए यहां पर किसान महापंचायत का आयोजन किया गया.

14:45 February 14

करनाल के इंद्री में किसान महापंचायत शुरू, टिकैत पहुंचे

करनाल में हो रही किसान पंचायत

करनाल: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. आंदोलन को तेज़ करने के लिए आज करनाल के इंद्री में किसान महापंचायत होगी. जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढ़ूनी शामिल होंगे.

किसान आंदोलन को गति देने के लिए राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी हरियाणा में सभाएं और महापंचायतें कर रहे हैं. इसी कड़ी में करनाल के इंद्री में 14 फरवरी को किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा. जिसमें राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी सहित कई किसान नेता शामिल होंगे.

आज होने वाली किसान महापंचायत की तैयारियों को लेकर करनाल के जाट भवन में भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने बैठक की. जिसकी अध्यक्षता किसान नेता रत्नमान ने की. बैठक के बाद रत्नमान ने कहा कि महापंचायत को लेकर सभी तैयारियां कर लगी गई है. इसके साथ ही उन्होंने बैठक में हजारों किसानों के पहुंचने की उम्मीद भी जताई.

रत्नमान ने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में चल रहा किसानों का आंदोलन अब जनआंदोलन बन चुका है. किसान आंदोलन को और मजबूत करने के लिए किसान महापंचायत की जा रही है.

20:35 February 14

जयंत चौधरी ने भी बोला हमला

भरतपुर : दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में जगह-जगह किसान महापंचायत की जा रही है. इसमें कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली आंदोलन को और तेज करने की रणनीति बनाई जा रही है. रविवार को भरतपुर जिले के पिपला गांव में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी, राज्य मंत्री सुभाष गर्ग, नदबई विधायक जोगिंदर अवाना सहित कई नेता मौजूद रहे. महापंचायत में करीब पांच हजार से ज्यादा किसान और महिलाएं जुटीं.

किसानों को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन किसान विरोधी कानून बनाए हैं जिसके विरोध में कई माह से दिल्ली में आंदोलन चल रहा है, लेकिन सरकार अपनी हठधर्मिता के आगे किसानों की नहीं सुन रही. ऐसे में अब केंद्र सरकार के सामने किसान सबसे बड़ी चुनौती है. अगर किसानों की मांगें नहीं मानी गई तो इसका खामियाजा भाजपा सरकार को भुगतना पड़ेगा. किसानों ने केंद्र सरकार को जबाब नहीं दिया तो आगे आने वाली सरकार भी उनके साथ ऐसा ही बर्ताव करेगी. इसलिए दिल्ली आंदोलन को और तेज करना होगा जिससे सरकार किसानों की मांगें मानने को मजबूर हो जाए.

पढ़ें: जनता के प्रति जवाबदेह हो लोकतांत्रिक संस्थाएं: स्पीकर ओम बिरला

क्योंकि देश का किसान आत्मनिर्भर है जबकि देश किसान पर निर्भर हैं. केंद्र सरकार अलग-अलग मुद्दों पर देश की जनता को भटका रही है. अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार के अहम को तोड़ दिया जाए और ये अहम किसान ही तोड़ेगा क्योंकि देश में किसान से बड़ा देशभक्त कोई नहीं. इसके अलावा RLD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि किसान समझ चुके हैं कृषि कानून उनके हित में नहीं हैं. इसलिए वे इसका विरोध कर रहे हैं. इस विरोध को धार देने के लिए लगातार किसान पंचायतों का आयोजन किया जा रहा है. केंद्र सरकार के मंत्री सदन में कहते हैं कि पंजाब का किसान ही आंदोलन कर रहा है, जबकि पूरे देश का किसान प्रदर्शन कर रहा है.

दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में जगह-जगह किसान महापंचायत की जा रही है. जिसमें कृषि कानूनों के खिलाफ और दिल्ली आंदोलन को और तेज करने की रणनीति बनाई जा रही है. आज भरतपुर जिले के पिपला गांव में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी, राज्य मंत्री सुभाष गर्ग, नदबई विधायक जोगिंदर अवाना सहित कई नेता मौजूद रहे. महापंचायत में करीब 5 हजार से ज्यादा किसान और महिलाएं एकत्र हुई हैं.

18:08 February 14

सोनीपत: 18 को रेल रोकने का आह्वान

सोनीपत में भी किसान आंदोलन

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन बीते 81 दिनों से जारी है. इस बीच किसानों द्वारा टोल प्लाजा फ्री करवाए गए, भारत बंद किया गया, 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च हुई. वहीं अब संयुक्त किसान मोर्चा ने 18 फरवरी को रेल रोकने का आह्वान किया है. इसको लेकर भी किसानों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.

18 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा ने पूरे देश भर में रेलवे यातायात को चक्का जाम करने का आह्वान किया है. जिसके मद्देनजर संयुक्त किसान मोर्चा ने वॉलंटियर्स की तैनाती करनी शुरू कर दी है, ताकि 26 जनवरी को जो हिंसा हुई उससे बचा जा सके.  

पंजाब से आए हुए एक किसान गुरदीप ने कहा कि हम 18 तारीख को रेल रोकने के लिए तैयार हैं. गुरदीप ने बताया कि वो सुरक्षा व्यवस्था और शांति के लिए वॉलंटियर कर रहे हैं. हर वॉलंटियर को एक ड्रेस भी दी गई है, ताकि उनकी पहचान हो सके. गुरदीप सिंह ने बताया कि रेल रोको पूरी तरह से सफल होगा.  

18:07 February 14

करनाल: राकेश टिकैत बोले- पूरे देश में आयोजित करेंगे किसान महापंचायत

राकेश टिकैत ने दिया बयान

रविवार को इंद्री में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया. यहां मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचे. उनके साथ संयुक्त किसान मोर्चा के तमाम नेता भी मौजूद रहे. किसानों की महापंचायत के बाद राकेश टिकैत से ईटीवी भारत की टीम ने बातचीत की.

राकेश टिकैत ने बताया कि अब ये आंदोलन और बड़ा होता जा रहा है. उन्होंने कहा कि हर रोज महापंचायत हो रही है और ज्यादा से ज्यादा किसान पहुंच रहे हैं. साथ ही किसान महापंचायतों में आम लोग भी भारी संख्या में आ रहे हैं. अब वो पूरे देश में ऐसे ही किसान महापंचायत करेंगे.

जब ईटीवी भारत ने टिकैत से सवाल किया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि किसान से सिर्फ एक कॉल की दूरी पर हैं, लेकिन बातचीत के लिए निमंत्रण नहीं दे रहे, तो इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि कब तक नहीं देंगे एर महीना, दो महीना फिर तो देंगे ना. जब तक तीन कृषि कानून रद्द नहीं होते तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा.

करनाल के इंद्री में राकेश टिकैत के बड़ी बातें

  • किसानों के हक में सरकार को बात करनी होगी
  • हम सरकार को चैन से नहीं बैठने देंगे
  • संसद में किसानों के लिए मौन का मजाक उड़ाया
  • पूरे देश से किसान से सस्ते में फसल खरीदकर हरियाणा में बेची जाती है
  • एमएसपी की गारंटी सरकार को देनी पड़ेगी
  • ये व्यापारियों के हक के कानून हैं
  • कानून बनने से पहले ही गोदाम बना दिए गए
  • गरीब की रोटी तिजोरी में नहीं जाने देनी
  • जैसे पेट्रोल की कीमत बढ़ती है वैसे रोटी की कीमत बढ़ेगी
  • गुजरात के किसानों को भी आजादी दिलवानी है
  • हम पूरे देश में जाएंगे- राकेश टिकैत

16:28 February 14

किसान महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत, गुरनाम चढूनी

राकेश टिकैत समेत बड़े नेता पहुंचे

राकेश टिकैत, गुरनाम चढूनी समेत कई नेता किसान महापंचायत में पहुंचे. 

16:25 February 14

करनाल: किसान महापंचायत में सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास

ईटीवी भारत ने की बात

किसान सयुक्त मोर्चे के नेता उत्तरी भारत के कई राज्यों में लगातार किसान महापंचायत करके केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में आज करनाल के इंद्री कस्बे में किसानों की महापंचायत का आयोजन किया गया है.

ईटीवी भारत ने जब वहां पर आए हुए किसानों से बात की तो उन्होंने कहा कि हरियाणा में जितने भी किसान महापंचायत किसान सयुक्त मोर्चे के नेताओं की हुई है उन सब से बड़ी किसान पंचायती यह होगी. जिसमें लगभग 40000 किसानों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. 

इस किसान महापंचायत में किसानों के पहुंचने का दौर शुरू हो गया है और वही स्थानीय किसान नेताओं का कहना है कि सयुक्त मोर्चा के बड़े किसान नेता किसान महापंचायत में पहुंचेंगे.

15:33 February 14

नई दिल्ली/गाजियाबाद: शहीद जवानों के नाम निकाला जाएगा कैंडल मार्च

किसान आंदोलन में आज का दिन शहीद जवानों के नाम

किसान आंदोलन में आज का दिन किसानों ने पुलवामा में शहीद हुए जवानों के नाम रखा है. गाजीपुर बॉर्डर के धरना स्थल पर शाम को जवानों के लिए कैंडल मार्च निकाला जाएगा. इसके अलावा आज गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की जगह पूर्व सैनिक मंच संभाल रहे हैं. मतलब साफ है एक तरफ मंच पर आज जवान हैं, तो दूसरी तरफ किसान उनका संबोधन सुन रहे हैं. वहीं देश भक्ति के गीतों से आज सभी का स्वागत किया जा रहा है.

पूर्व सैनिक रहेंगे वक़्ता

रोजाना मंच से किसानों द्वारा संबोधन किया जाता है, लेकिन आज मुख्य वक्ताओं के रूप में सैनिकों को चुना गया है. रोजाना 11 किसान अनशन पर बैठते हैं। लेकिन आज उनकी जगह 11 पूर्व सैनिक अनशन पर बैठे हुए हैं. साफ तौर पर देशभक्ति की एक तस्वीर गाज़ीपुर बॉर्डर के मंच पर देखी जा सकती है. शाम को पूरा नजारा मोमबत्ती की रोशनी से सराबोर हो जाएगा, क्योंकि गाजीपुर बॉर्डर के बैरिकेड से लेकर मंच तक कैंडल मार्च की तैयारी की जा रही है.

मारे गए किसानों को मिले शहीद का दर्जा

मंच के पास में उन किसानों की तस्वीर भी लगाई गई है, जो आंदोलन के दौरान अपनी जान गवा बैठे हैं. मांग की जा रही है कि उन किसानों को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए. साथ ही किसान लगातार अपनी मांग भी दोहरा रहे हैं कि एमएसपी पर कानून बने और तीनों कृषि कानून सरकार जल्द से जल्द वापस ले।जिससे वे सभी अपने घर वापस लौट सकें.

14:52 February 14

किसान महापंचायत में भीड़ जुटनी शुरू

करनाल में हो रही किसान पंचायत

लगभग 2 बजे के आसपास पहुंचेंगे किसान सयुक्त मोर्चे के नेता. तीन कृषि कानूनों के विरोध में की जा रही है इंद्री की आनाज मंडी में किसान महापंचायत.

14:49 February 14

सीएम मनोहर लाल के गृह जिले में हो रही किसान पंचायत

करनाल में हो रही किसान पंचायत

इंद्री की अनाज मंडी में आज किसानों की महापंचायत आयोजित की गई है. जिसमें किसानों के पहुंचने का दौर भी शुरू हो गया है.  इस किसान महापंचायत में राकेश टिकैत गुरनाम सिंह चढूनी समेत किसान युक्त मोर्चे के कई बड़े किसान नेता पहुंचेंगे. 

कहीं ना कहीं इस महापंचायत को करनाल जिले में करना इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का यह गृह जिला है और करनाल के अंतर्गत ही इंद्री विधानसभा आती है इसलिए भाजपा पर दबाव डालने के लिए यहां पर किसान महापंचायत का आयोजन किया गया.

14:45 February 14

करनाल के इंद्री में किसान महापंचायत शुरू, टिकैत पहुंचे

करनाल में हो रही किसान पंचायत

करनाल: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. आंदोलन को तेज़ करने के लिए आज करनाल के इंद्री में किसान महापंचायत होगी. जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढ़ूनी शामिल होंगे.

किसान आंदोलन को गति देने के लिए राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी हरियाणा में सभाएं और महापंचायतें कर रहे हैं. इसी कड़ी में करनाल के इंद्री में 14 फरवरी को किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा. जिसमें राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी सहित कई किसान नेता शामिल होंगे.

आज होने वाली किसान महापंचायत की तैयारियों को लेकर करनाल के जाट भवन में भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने बैठक की. जिसकी अध्यक्षता किसान नेता रत्नमान ने की. बैठक के बाद रत्नमान ने कहा कि महापंचायत को लेकर सभी तैयारियां कर लगी गई है. इसके साथ ही उन्होंने बैठक में हजारों किसानों के पहुंचने की उम्मीद भी जताई.

रत्नमान ने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में चल रहा किसानों का आंदोलन अब जनआंदोलन बन चुका है. किसान आंदोलन को और मजबूत करने के लिए किसान महापंचायत की जा रही है.

Last Updated : Feb 15, 2021, 8:01 AM IST
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