खूंटीः नवरात्रि में जहां पूरा देश कन्या की पूजा कर रहा है. वहीं खूंटी पुलिस की टीम मानव तस्करी की शिकार कन्याओं को ढूंढने में लगी हुई है. खूंटी एसपी अमन कुमार (Khunti SP Aman Kumar) द्वारा गठित स्पेशल टीम ने राजस्थान, हरियाणा, यूपी और दिल्ली से नाबालिग लड़कियों का रेस्क्यू (Khunti police rescued minor girls) किया गया है. बरामद सभी बच्चियां खूंटी जिला के विभिन्न थाना क्षेत्र की रहने वाली है. उनके ही रिश्तेदारों ने देश के बड़े राज्यों में इन बच्चियों को बेच दिया गया था.
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मानव तस्करी के किंग पन्नालाल महतो से बदनाम इस जिला से कई बच्चियों को तस्करों ने देश की राजधानी से लेकर बड़े शहरों में बेच दिया है. एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (Anti Human Trafficking Unit) थाना में दर्ज मामलों की जांच के बाद एसपी ने 15 सितंबर को छह सदस्यीय टीम बनाकर विभिन्न राज्यों में भेजा था. इस टीम ने राजस्थान, हरियाणा, यूपी और दिल्ली के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर डेढ़ दर्जन नाबालिग बच्चियों को मुक्त (rescued minor girls from human trafficking) किया है. खूंटी पुलिस के साथ दिल्ली, यूपी, हरियाणा और राजस्थान पुलिस के अलावा स्थानीय एनजीओ ने भी काफी सहयोग से खूंटी पुलिस को सफलता मिली है. पुलिस सूत्रों की मानें तो खूंटी पुलिस ने दिल्ली के आनंद बिहार, रोहिणी, शकूरपुर, यूपी के गाजियाबाद और हरियाणा के गुड़गांव इलाके में छापेमारी कर लड़कियां मानव तस्करी के चंगुल से मुक्त कराई गयी हैं.
यहां बता दें कि खूंटी का मानव तस्कर (human trafficking In Khunti) पन्ना लाल की केस संख्या 7/19 पर कार्रवाई करते हुए पन्ना लाल को पुलिस ने 2019 में ही गिरफ्तार किया था और उसके बयान पर दिल्ली के विभिन्न इलाक़ों से 11 नाबालिग बच्चियों को भी बरामद किया गया था. ये वही शकूरपुर इलाका है, जहां पन्ना लाल महतो अपना ठिकाना बनाया था और करोड़ों की संपत्ति अर्जित की थी, जिसे बाद में ईडी ने सीज किया है. बताते चलें कि वर्तमान में पन्ना लाल महतो केस NIA जांच कर रही है. इधर जिला के एसपी अमन कुमार ने बताया कि बरामद बच्चियों को जल्द ही खूंटी लेकर आएगी.
गिरिडीह पुलिस ने भी की कार्रवाई: वहीं सोमवार को गिरिडीह पुलिस ने भी मानव तस्करी गिरोह के एक दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक नाबालिग लड़की को भी बरामद किया है, जिसे दूसरे राज्यों में बेचने की तैयारी की जा रही थी. गिरिडीह पुलिस ने जिस गिरोह का खुलासा किया है. इसमें बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश के लोग शामिल हैं. गिरिडीह एएसपी हरीश बिन जमां ने बताया कि पचंबा थाना क्षेत्र के नारोबाद गांव से तीन माह पहले एक नाबालिग लड़की का अपहरण किया गया था. मामले की जांच के दौरान पुलिस एक संगठित गिरोह तक पहुंची. उन्होंने कहा कि इस गिरोह में बेंगाबाद की मीना देवी की संलिप्तता सामने आई. मीना देवी अपने एक सहयोगी बिहार के गया की ललिता कुमारी और शंकर चौधरी के साथ मिलकर लड़की को राजस्थान में बेचने की योजना बना रहे हैं. इसके बाद पचंबा थाने की पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी कर रैकेट से जुड़े एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह ने इलाके की कई लड़कियों को शादी के नाम पर देश के अलग-अलग हिस्सों में बेचा है. उन्होंने कहा कि सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. लेकिन रिमांड पर लेकर आगे पूछताछ की जायेगी. बता दें कि गिरफ्तार आरोपियों में बिहार के गया के सैदपुर के रहने वाला भोला कुमार दास, गिरिडीह के गांवा थाना क्षेत्र के बादीडीह गांव के गोविंद साहू, गिरिडीह की मीना देवी और ललिता कुमारी, गया के बेलागंज निवासी शंकर चौधरी, मध्य प्रदेश के नीमच निवासी संदीप शर्मा, राजू शर्मा, हेमंत शर्मा, मुकेश गुर्जर और राजस्थान के उदयपुर निवासी दलिचंद शर्मा, दिनेश शर्मा शामिल हैं.