नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मानहानि के एक मामले में राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा दो वर्ष कारावास की सजा सुनाए (Verdict Against Rahul Gandhi) जाने से बनी स्थिति पर पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ अपने आवास पर बैठक की. राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने के राजनीतिक प्रभावों पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर पार्टी सांसदों सहित वरिष्ठ नेताओं की शाम को बैठक हुई.
उल्लेखनीय है कि सूरत की एक अदालत ने 'मोदी उपनाम' संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें गुरुवार को दो साल कारावास की सजा सुनाई. अदालत ने, हालांकि गांधी को जमानत भी दे दी तथा उनकी सजा के अमल पर 30 दिनों तक के लिए रोक लगा दी, ताकि कांग्रेस नेता फैसले को चुनौती दे सकें.
इस बीच, सूत्रों ने बताया कि पार्टी नेताओं ने इस बात पर चर्चा की कि सूरत की अदालत के फैसले को चुनौती देने के लिए तत्काल उपचारात्मक उपाए किए जाएं और इस पर ऊपरी अदालत से रोक लगवाई जाए. उन्होंने बताया कि इस आदेश को चुनौती देने की याचिका तैयार की जा रही है और इसे जिला एवं सत्र अदालत में दाखिल किया जाएगा.
सूत्रों ने कहा कि इस बारे में विचार अलग अलग है कि क्या राहुल गांधी को शुक्रवार को संसद जाना चाहिए क्योंकि जुलाई 2013 के उच्चतम न्यायालय के फैसले के तहत उन्हें (राहुल) को लोकसभा की सदस्यता से संभावित अयोग्यता की स्थिति का सामना करना पड़ेगा.
बहरहाल, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ सूरत की अदालत के फैसले पर कानूनी विशेषज्ञ विचार करेंगे और इसके बाद ही सरकार अगले कदम के बारे में निर्णय करेगी.
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(पीटीआई-भाषा)