तिरुवनंतपुरम : केरल में छुट्टियां मनाने के लिए जितने भी लोकप्रिय स्थान (popular holiday destinations) हैं उन्हें 'टीकाकरण क्षेत्र' घोषित किया जा सकता है. केरल सरकार इस पर विचार कर रही है.
कोरोना महामारी के कारण जो पर्यटन उद्योग (tourism sector) प्रभावित हुआ है, उसकी भारपाई करने के लिए सरकार ये कदम उठाने की तैयारी में है.
सरकार ने इन उद्योगों से जुड़े लोगों को कोरोना के खिलाफ 'अग्रिम पंक्ति का योद्धा' मानकर उनका टीकाकरण करना शुरू कर दिया है. पर्यटन मंत्री पी ए मोहम्मद रियास ने मंगलवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान बताया कि 'हम स्वास्थ्य विभाग की मदद से सभी प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को शत-प्रतिशत टीकाकरण जोन बनाने पर विचार कर रहे हैं.
33,675 करोड़ रुपये का घाटा
पर्यटन मंत्री रियास ने कहा कि कोरोना के कारण राज्य के पर्यटन क्षेत्र को 33,675 करोड़ रुपये का घाटा हुआ. महामारी के कारण पर्यटन क्षेत्र में जो समस्याएं आई हैं उनके समाधान के लिए राज्य के वित्त मंत्री के एन बालगोपाल ने इस क्षेत्र के लिए एक कायाकल्प पैकेज की घोषणा की थी. सरकारी हिस्से के रूप में 30 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की थी.
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बजट प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा था कि 100 करोड़ रुपये के मौजूदा प्रावधान के अलावा, पर्यटन के लिए 50 करोड़ रुपये भी रखे गए हैं. दो नए पर्यटन सर्किटों की भी घोषणा की गई है. इसके कार्यान्वयन के लिए 50 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे.
(पीटीआई)