नई दिल्ली: संसद का मॉनसून सत्र (Monsoon Season) चल रहा है, दूसरी तरफ गुरुवार से सदन के बाहर जंतर-मंतर पर किसानों की संसद (Jantar Mantar par Kisan Sansad) शरू हो गई. इसको समर्थन देने के लिए केरल के 10 सांसद यहां पहुंचे.
'ईटीवी भारत' से बात करते हुए, लोकसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक के सुरेश ने कहा कि आज केरल के 10 सांसद जंतर-मंतर पर किसानों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए आए हैं, जो यहां प्रदर्शन कर रहे हैं. केंद्र सरकार तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की मांग को मानने के लिए तैयार नहीं है. इसलिए किसान पिछले 8 महीनों से आंदोलन कर रहे हैं. हमारे कई सांसदों ने इस मामले पर चर्चा की मांग करते हुए संसद में स्थगन प्रस्ताव भी पेश किया है.
पढ़ें: पहले दिन के स्पीकर से समझिए कैसे चलेगी किसानों की संसद, क्या होगी रूपरेखा
एआईयूएमएल सांसद ईटी बशीर अहमद ने कहा कि सरकार को इस बात की पुष्टि करनी चाहिए कि वह इन तीन कृषि कानूनों को निरस्त कर देगी. हमने कड़ा रुख अपनाया कि इन कृषि कानूनों की अनुमति नहीं दी जा सकती. यह आंदोलन ऐतिहासिक हो गया है. किसानों ने साबित कर दिया है कि वे एकजुट हैं.
इसलिए हमने सरकार से आग्रह किया कि उन्हें इन कानूनों को जारी नहीं रखना चाहिए. कहा कि हम किसानों को समर्थन देते रहेंगे, इसे और मजबूत करेंगे. हमें विश्वास है कि अंतिम जीत किसानों की होगी. किसानों के विरोध के समर्थन में विपक्षी दलों ने गुरुवार को संसद परिसर के अंदर गांधी प्रतिमा पर भी विरोध-प्रदर्शन किया.