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कोरोना के दूसरी लहर की चपेट में केरल, चरमरा सकती हैं स्वास्थ्य सेवाएं

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Published : May 5, 2021, 4:54 PM IST

केरल में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. आंकड़ों के मुताबिक कोरोना सकारात्मकता एक ऐसे बिंदु तक पहुंच रहा है, जहां से हेल्थ सिस्टम नए मामलों निपटने में सक्षम नहीं है.

चरमरा सकती हैं स्वास्थ्य सेवाएं
चरमरा सकती हैं स्वास्थ्य सेवाएं

तिरुवनंतपुरम : केरल में कोविड का प्रसार लगातार बढ़ रहा है, जिससे राज्य की स्वास्थ्य केयर सिस्टम पर सारा दबाव पड़ गया है और अब यह स्वास्थय सेवाओं पर भारी पड़ रहा है. आंकड़ो के मुताबिक कोरोना सकारात्मकता एक ऐसे बिंदु तक पहुंच रहा है, जहां केरल में स्वास्थ्य प्रणाली किसी भी हाल में नए मामलों से नहीं निपट सकती है. राज्य में हर रोज ताजा मामलों की संख्या बढ़ रही है.

यहां कोविड पॉजिटिव मामलों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है और अब राज्य कोरोना मामलों की संख्या के मामले में तीसरे स्थान पर है. महाराष्ट्र पहले और कर्नाटक कोविड मामलों में दूसरे स्थान पर है. आंकड़ों के अनुसार मंगलवार तक केरल में 356872 सक्रिय मामले थे जबकि एक्टिव मामलों की संख्या महाराष्ट्र में 659013 और कर्नाटक में 444754 थी.

एक और चौकाने वाला तथ्य यह है कि एर्नाकुलम जिला में देश में सबसे ज्यादा सक्रिय मामले हैं, जहां सक्रिय मामलों की संख्या 54,867 है.

एर्नाकुलम में मंगलवार को रिपोर्ट किए गए नए कोविड पॉजिटिव मामलों की संख्या भी 5000 से अधिक है. यह स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि कोविड रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि हमारी स्वास्थ्य प्रणाली को प्रभावित करेगी.

स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि कोविड रोगियों की संख्या केरल में प्रति दिन 50000 से ऊपर हो सकती है. इसी तरह, सक्रिय कैसियोलाड भी 5 लाख तक पहुंच सकते हैं. स्वास्थ्य विभाग इस तरह के संकट की स्थिति को देखते हुए युद्धस्तर पर सभी व्यवस्थाएं करने का प्रयास कर रहा है.

रिकवरी दर में गिरावट केरल के सामने एक और चुनौती है. वर्तमान में केरल अन्य भारतीय राज्यों में बीमारी से उबरने वाले व्यक्तियों की संख्या में 6 वें स्थान पर है.

हालांकि डिस्चार्ज नीति को अपडेट किया गया है, जिससे हल्के या मध्यम लक्षणों वाले रोगियों का निर्वहन किया जा सकता है, ताकि स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर बोझ को कम किया जा सके. इस सब के बावजूद भी मामलों की संख्या पर कोई परिवर्तन पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है.

पढ़ें - बेंगलुरु में एक परिवार के तीन लोगों की मौत, कोरोना संक्रमित थे सभी

राज्यों के कोविड आंकड़ों के अनुसार, केरल में 17,01,979 लोग कोरोना की चपेट में आए चुके हैं. अन्य राज्यों की तुलना में केरल में एकमात्र राहत यह है कि यहां मृतक दर कम बनी हुई है.

राज्य में आधिकारिक कोविड की मौत का आंकड़ा अब तक 5507 है. यह भारतीय राज्यों में होने वाली मौतों की सबसे कम संख्या है. हालांकि, राज्य में दूसरी लहर के साथ मृतक दर भी बढ़ रही है,

पिछले 5 दिनों में यहां कोरोना से 248 मौतें हुई हैं. इन पांच दिनों में रिपोर्ट किए गए नए कोविड पॉजिटिव मामलों की संख्या 167995 है.

यह खतरनाक है कि कोविड मामलों की बढ़ती संख्या के साथ मृतक दर भी आनुपातिक रूप से बढ़ रही है.

तिरुवनंतपुरम : केरल में कोविड का प्रसार लगातार बढ़ रहा है, जिससे राज्य की स्वास्थ्य केयर सिस्टम पर सारा दबाव पड़ गया है और अब यह स्वास्थय सेवाओं पर भारी पड़ रहा है. आंकड़ो के मुताबिक कोरोना सकारात्मकता एक ऐसे बिंदु तक पहुंच रहा है, जहां केरल में स्वास्थ्य प्रणाली किसी भी हाल में नए मामलों से नहीं निपट सकती है. राज्य में हर रोज ताजा मामलों की संख्या बढ़ रही है.

यहां कोविड पॉजिटिव मामलों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है और अब राज्य कोरोना मामलों की संख्या के मामले में तीसरे स्थान पर है. महाराष्ट्र पहले और कर्नाटक कोविड मामलों में दूसरे स्थान पर है. आंकड़ों के अनुसार मंगलवार तक केरल में 356872 सक्रिय मामले थे जबकि एक्टिव मामलों की संख्या महाराष्ट्र में 659013 और कर्नाटक में 444754 थी.

एक और चौकाने वाला तथ्य यह है कि एर्नाकुलम जिला में देश में सबसे ज्यादा सक्रिय मामले हैं, जहां सक्रिय मामलों की संख्या 54,867 है.

एर्नाकुलम में मंगलवार को रिपोर्ट किए गए नए कोविड पॉजिटिव मामलों की संख्या भी 5000 से अधिक है. यह स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि कोविड रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि हमारी स्वास्थ्य प्रणाली को प्रभावित करेगी.

स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि कोविड रोगियों की संख्या केरल में प्रति दिन 50000 से ऊपर हो सकती है. इसी तरह, सक्रिय कैसियोलाड भी 5 लाख तक पहुंच सकते हैं. स्वास्थ्य विभाग इस तरह के संकट की स्थिति को देखते हुए युद्धस्तर पर सभी व्यवस्थाएं करने का प्रयास कर रहा है.

रिकवरी दर में गिरावट केरल के सामने एक और चुनौती है. वर्तमान में केरल अन्य भारतीय राज्यों में बीमारी से उबरने वाले व्यक्तियों की संख्या में 6 वें स्थान पर है.

हालांकि डिस्चार्ज नीति को अपडेट किया गया है, जिससे हल्के या मध्यम लक्षणों वाले रोगियों का निर्वहन किया जा सकता है, ताकि स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर बोझ को कम किया जा सके. इस सब के बावजूद भी मामलों की संख्या पर कोई परिवर्तन पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है.

पढ़ें - बेंगलुरु में एक परिवार के तीन लोगों की मौत, कोरोना संक्रमित थे सभी

राज्यों के कोविड आंकड़ों के अनुसार, केरल में 17,01,979 लोग कोरोना की चपेट में आए चुके हैं. अन्य राज्यों की तुलना में केरल में एकमात्र राहत यह है कि यहां मृतक दर कम बनी हुई है.

राज्य में आधिकारिक कोविड की मौत का आंकड़ा अब तक 5507 है. यह भारतीय राज्यों में होने वाली मौतों की सबसे कम संख्या है. हालांकि, राज्य में दूसरी लहर के साथ मृतक दर भी बढ़ रही है,

पिछले 5 दिनों में यहां कोरोना से 248 मौतें हुई हैं. इन पांच दिनों में रिपोर्ट किए गए नए कोविड पॉजिटिव मामलों की संख्या 167995 है.

यह खतरनाक है कि कोविड मामलों की बढ़ती संख्या के साथ मृतक दर भी आनुपातिक रूप से बढ़ रही है.

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