तिरुवनंतपुरम : केरल सरकार ने कई देशों में कोविड महामारी के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर राज्य के हवाईअड्डों पर सतर्कता और सुरक्षा बढ़ा दी है. सरकार ने कोविड के नए वेरिएंट C.1.2 की पुष्टि के बाद यह एहतियाती कदम उठाया.
वर्तमान में, कोरोना का नया वेरिएंट C.1.2 आठ देशों में पाया गया है. केरल में मंगलवार को हुई कोविड समीक्षा बैठक में निर्णय लिया गया कि इन देशों से आने वाली उड़ानों और यात्रियों की हवाईअड्डों पर विशेष जांच की जाएगी.
कोविड के नए वेरिएंट C.1.2 की पहचान सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में की गई थी. बाद में यह न्यूजीलैंड और पुर्तगाल सहित सात अन्य देशों में पाया गया. यह अब तक पहचाना गया कोरोना का सबसे खतरनाक वेरिएंट बताया गया है. यह 2019 में वुहान (चीन) में पाए गए पहले वायरस से बहुत अलग है.
वैज्ञानिकों को संदेह है कि नया वेरिएंट कोविड टीके की ढाल को तोड़ने में सक्षम होगा. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वेरिएंट पर और शोध की जरूरत है.
दक्षिण अफ्रीका स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज एवं क्वाजुलु नैटल रिसर्च इनोवेशन एंड सीक्वेंसिंग प्लैटफॉर्म के वैज्ञानिकों ने कहा कि कोरोना वायरस के नए स्वरूप सी.1.2 का, सबसे पहले देश में इस साल मई में पता चला था.
उनका कहना है कि तब से लेकर गत 13 अगस्त तक यह स्वरूप चीन, कांगो, मॉरीशस, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, पुर्तगाल और स्विट्जरलैंड में मिल चुका है. वैज्ञानिकों ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 की पहली लहर के दौरान सामने आए वायरस के उपस्वरूपों में से एक सी.1 की तुलना में सी.1.2 अधिक उत्परिवर्तित हुआ है.
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उन्होंने कहा कि सी.1.2 में अन्य स्वरूपों-चिंता के स्वरूपों या रुचि के स्वरूपों की तुलना में अधिक उत्परिवर्तन देखने को मिला है. वैज्ञानिकों ने कहा कि सी.1.2 अधिक संक्रामक हो सकता है तथा यह कोविड रोधी टीके से मिलने वाली सुरक्षा को चकमा दे सकता है.