तिरुवनंतपुरम: केरल के विवादास्पद नेता पी. सी. जॉर्ज को सोलर पैनल मामले के एक आरोपी द्वारा दायर यौन उत्पीड़न की शिकायत के आधार पर शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया. इससे दो महीने पहले उन्हें नफरत फैलाने वाला भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और बाद में जमानत मिल गई थी. विधानसभा में पूंजर निर्वाचन क्षेत्र का 33 वर्षों तक प्रतिनिधित्व करने वाले 70 वर्षीय जॉर्ज को आज दोपहर राजधानी में स्थित एक अतिथि गृह से नाटकीय ढंग से गिरफ्तार किया गया. अपराध शाखा के अधिकारी, जॉर्ज से मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को बदनाम करने के लिए रची गई कथित साजिश के सिलसिले में पूछताछ कर रहे हैं, जो सोने की तस्करी मामले में आरोपी स्वप्ना सुरेश द्वारा लगाए गए थे.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जॉर्ज को अचानक गिरफ्तार करने का कदम सोलर पैनल मामले में आरोपी द्वारा दिए गए गुप्त बयान के आधार पर उठाया गया. इस संबंध में आरोपी ने यहां स्थानीय पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत के अनुसार, वरिष्ठ नेता ने यहां 10 फरवरी को एक अतिथि गृह में महिला के साथ कथित अश्लील हरकत की और उसे मोबाइल फोन पर अभद्र संदेश भेजे. आरोपों के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद छावनी क्षेत्र के सहायक आयुक्त के नेतृत्व में एक दल ने जॉर्ज को हिरासत में लिया. जॉर्ज पर भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (ए) के तहत यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया है.
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हालांकि, नेता ने आरोपों का खंडन किया और दावा किया है कि उन्होंने कोई अश्लील हरकत नहीं की और शिकायत झूठी है. कांग्रेस नीत यूडीएफ सरकार में पूर्व मुख्य सचेतक रहे जॉर्ज ने कहा कि आरोपी ने अब इसलिए शिकायत दर्ज कराई है क्योंकि उन्होंने उस मामले में उसके पक्ष में बयान नहीं दिया जो (पीड़ित महिला आरोपी ने) पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी के विरुद्ध दर्ज कराया था. पुलिस थाने के बाहर जॉर्ज ने संवादाताओं से बात करते हुए एक महिला टीवी पत्रकार का अपमान कर फिर से विवाद खड़ा कर दिया जो आरोपी का नाम लेने पर उनसे सवाल पूछ रही थी. यौन उत्पीड़न की शिकार हुई महिला का नाम लेना गैरकानूनी है. पत्रकारों के अलावा माकपा के नेता और शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने भी जॉर्ज की इस हरकत की निंदा की है.