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केरल सोना तस्करी मामले में सीएम की संलिप्तता संदेहजनक : मुरलीधरन

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Published : Jun 19, 2022, 5:27 PM IST

केरल सोना तस्करी मामले में केरल सरकार के आचरण के आधार भाजपा को इस बात का गंभीर संदेह है कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन इसमें लिप्त हो सकते हैं. यह आरोप विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने लगाया है. केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों के साथ जिस तरह के संबंध हैं, इस तरह के रिश्तों उन अन्य राज्यों में सुनने में नहीं आए हैं, जहां इस तरह के वाणिज्य दूतावास हैं. उन्होंने यहां यूएई वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों के साथ इस तरह के संपर्क की जरूरत पर भी सवाल उठाये.

केरल सोना तस्करी मामले
केरल सोना तस्करी मामले

तिरुवनंतपुरम : विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने रविवार को आरोप लगाया कि सोना तस्करी मामले में केरल सरकार के आचरण के आधार पर भाजपा को इस बात का गंभीर संदेह है कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन इसमें लिप्त हो सकते हैं. भाजपा नेता की यह टिप्पणी एक संवाददाता के इस सवाल के जवाब में आई कि क्या भाजपा मामले में मुख्य आरोपी द्वारा विजयन के खिलाफ लगाए गए आरोपों को देखते हुए तस्करी प्रकरण में उनकी कोई संलिप्तता मानती है? उन्होंने कहा कि यह विश्वास इस तथ्य से उत्पन्न होता है कि मुख्यमंत्री के तहत आने वाले सामान्य प्रशासन विभाग ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों को कथित तौर पर अवैध राजनयिक पहचान पत्र जारी किए थे.

केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों के साथ जिस तरह के संबंध हैं, इस तरह के रिश्तों उन अन्य राज्यों में सुनने में नहीं आए हैं, जहां इस तरह के वाणिज्य दूतावास हैं. उन्होंने यहां यूएई वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों के साथ इस तरह के संपर्क की जरूरत पर भी सवाल उठाये. उन्होंने मीडिया से कहा कि एलडीएफ सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) जैसी जांच एजेंसियों द्वारा मामले में की जा रही जांच में बाधा उत्पन्न करने वाले कदम उठाए. उन्होंने दावा किया कि यह इस बात से साफ होता है कि ED अधिकारियों को राज्य सरकार की ओर से गठित जांच आयोग के खिलाफ अदालत की शरण में जाना पड़ा.

मुरलीधरन ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि केरल पुलिस और उसकी अपराध शाखा अक्षम हैं, लेकिन वे राज्य सरकार के कथित राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण अपने कर्तव्य का पालन नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब तक नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं, तस्करी या भ्रष्टाचार में लिप्त कोई भी कानून के शिकंजे से नहीं बच पाएगा और ऐसे मामलों में कोई समझौता नहीं होगा.

केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि विजयन को सोने की तस्करी के मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश की ओर से उनके, उनके परिवार के सदस्यों और एलडीएफ विधायक के टी जलील के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर आगे आकर जवाब देना चाहिए.

पढ़ें : केरल सोना तस्करी मामला : क्या नए खुलासे से मुख्यमंत्री की परेशानी बढ़ गई है ?

केरल सोना तस्करी मामला: स्वप्ना सुरेश ने सीएम, उनकी पत्नी का लिया नाम

आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए, मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा था, 'संकीर्ण राजनीतिक कारणों से मीडिया के एक वर्ग के माध्यम से निराधार आरोप लगाए गए हैं और यह किसी राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा है.' यहां UAE वाणिज्य दूतावास की एक पूर्व कर्मचारी सुरेश को 11 जुलाई, 2020 को बेंगलुरु से एक अन्य आरोपी संदीप नायर के साथ राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने हिरासत में लिया था. पांच जुलाई, 2020 को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर यूएई वाणिज्य दूतावास के राजनयिक सामान से 15 करोड़ रुपये का सोना जब्त किया गया था. इस मामले की एनआईए, प्रवर्तन निदेशालय और सीमा शुल्क विभाग अलग अलग जांच कर रहा है.

तिरुवनंतपुरम : विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने रविवार को आरोप लगाया कि सोना तस्करी मामले में केरल सरकार के आचरण के आधार पर भाजपा को इस बात का गंभीर संदेह है कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन इसमें लिप्त हो सकते हैं. भाजपा नेता की यह टिप्पणी एक संवाददाता के इस सवाल के जवाब में आई कि क्या भाजपा मामले में मुख्य आरोपी द्वारा विजयन के खिलाफ लगाए गए आरोपों को देखते हुए तस्करी प्रकरण में उनकी कोई संलिप्तता मानती है? उन्होंने कहा कि यह विश्वास इस तथ्य से उत्पन्न होता है कि मुख्यमंत्री के तहत आने वाले सामान्य प्रशासन विभाग ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों को कथित तौर पर अवैध राजनयिक पहचान पत्र जारी किए थे.

केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों के साथ जिस तरह के संबंध हैं, इस तरह के रिश्तों उन अन्य राज्यों में सुनने में नहीं आए हैं, जहां इस तरह के वाणिज्य दूतावास हैं. उन्होंने यहां यूएई वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों के साथ इस तरह के संपर्क की जरूरत पर भी सवाल उठाये. उन्होंने मीडिया से कहा कि एलडीएफ सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) जैसी जांच एजेंसियों द्वारा मामले में की जा रही जांच में बाधा उत्पन्न करने वाले कदम उठाए. उन्होंने दावा किया कि यह इस बात से साफ होता है कि ED अधिकारियों को राज्य सरकार की ओर से गठित जांच आयोग के खिलाफ अदालत की शरण में जाना पड़ा.

मुरलीधरन ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि केरल पुलिस और उसकी अपराध शाखा अक्षम हैं, लेकिन वे राज्य सरकार के कथित राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण अपने कर्तव्य का पालन नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब तक नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं, तस्करी या भ्रष्टाचार में लिप्त कोई भी कानून के शिकंजे से नहीं बच पाएगा और ऐसे मामलों में कोई समझौता नहीं होगा.

केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि विजयन को सोने की तस्करी के मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश की ओर से उनके, उनके परिवार के सदस्यों और एलडीएफ विधायक के टी जलील के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर आगे आकर जवाब देना चाहिए.

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आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए, मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा था, 'संकीर्ण राजनीतिक कारणों से मीडिया के एक वर्ग के माध्यम से निराधार आरोप लगाए गए हैं और यह किसी राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा है.' यहां UAE वाणिज्य दूतावास की एक पूर्व कर्मचारी सुरेश को 11 जुलाई, 2020 को बेंगलुरु से एक अन्य आरोपी संदीप नायर के साथ राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने हिरासत में लिया था. पांच जुलाई, 2020 को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर यूएई वाणिज्य दूतावास के राजनयिक सामान से 15 करोड़ रुपये का सोना जब्त किया गया था. इस मामले की एनआईए, प्रवर्तन निदेशालय और सीमा शुल्क विभाग अलग अलग जांच कर रहा है.

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