कन्नूर : केरल के कन्नूर जिले में एक बीड़ी मजदूर ने अपनी जिंदगी भर की कमाई काे टीकाकरण अभियान के लिए दान कर दी. साथ ही इसकी जानकारी गुप्त रखने की गुजारिश की. बाद में बैंक स्टाफ के फेसबुक पाेस्ट से लाेगाें काे इस पराेपकारी कार्य के बारे में पता चला. यह पोस्ट वायरल हो गया है.
इस पाेस्ट में लिखा है, 'कल, एक वृद्ध व्यक्ति मेरे बैंक में आया. बैंक पासबुक मुझे सौंपते हुए पूछा कि उसके खाते में कितनी राशि बची है. जब मैंने उन्हें बताया कि उसके अकाउंट में कुल 2,00850 रुपये बचे हैं, तो उसने कहा, दो लाख रुपये मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (CMDRF) को हस्तांतरित कर दें. इस पर बैंक का स्टाफ हैरान हाे गया.'
बैंक स्टाफ के मुताबिक, कन्नूर स्थित मेन ब्रांच में पहुंचे बीड़ी मजदूर ने अपने जीवन भर की पूरी कमाई मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में दान कर दिया. साथ ही उसने बैंक के स्टाफ से गुजारिश की कि उसका नाम किसी से शेयर न किया जाए. बैंक स्टाफ सुंदर राजन ने बिना नाम शेयर किए फेसबुक पर अपना पाेस्ट लिखा है.
पाेस्ट देखकर केरल के लाेगाें काे यह जानने की इच्छा हुई कि आखिर ये महान व्यक्ति काैन हैं. बता दें कि इनका नाम जनार्दनन है, जो कन्नूर जिले के कुरुवयिल के बीड़ी मजदूर हैं. उन्हाेंने कहा कि सीएम की बाताें से प्रेरित हाेकर उन्हाेंने सारा धन इस नेक काम के लिए दान करने का फैसला किया और अगले दिन ही पैसे ट्रांसफर कर दिए.
कहीं यह फैसला उनके लिए आगे परेशानी का सबब न बन जाए, ये साेचकर बैंक स्टाफ सुंदर राजन ने कहा है कि एक लाख रुपये अभी भेज दें और और बाकी बाद में भी दे सकते हैं. उन्होंने यह भी संकेत देने की काेशिश कि इसके बाद उनके पास कुछ नहीं बचेगा.
इसके जवाब में जनार्दनन ने कहा कि उन्हें शारीरिक विकलांगता के लिए कल्याणकारी पेंशन मिल रही है और बीड़ी बनाने के लिए लगभग 1000 रुपये प्रति सप्ताह मिलते हैं. उन्होंने बैंक कर्मचारी से कहा, 'मेरे जीने के लिए यह काफी है.'
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केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने उनका नाम लिए बिना संकट के इस समय में जनार्दनन के योगदान और करुणा की सराहना की है.