नई दिल्ली : भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को बेवकूफ बनाने का काम किया है. अब दिल्ली के डिप्टी सीएम कह रहे हैं की दिल्ली सरकार के पास वैक्सीन नहीं है और हमने 1.34 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर नहीं दिया है.
जमीनी हकीकत यह है कि दिल्ली सरकार ने 4 लाख कोविशिल्ड, 1.50 लाख कोवैक्सीन का ऑर्डर दिया. कुल 5.50 लाख वैक्सीन के ऑर्डर दिए गए. अब देखिए आंकड़ों में केजरीवाल किस तरह हेराफेरी कर रहे हैं. दिल्ली में 45 साल से ज्यादा उम्र वाले 8.93% फीसदी लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज लगा है.
60 वर्ष से ज्यादा उम्र वालों की बात करें तो 48.03 % लोगों ने वैक्सीन का पहला डोज लिया है जबकि 17 % लोगों ने दूसरा डोज लिया है. जो वैक्सीन इन लोगों को लग रही है वह केंद्र सरकार मुफ्त में दिल्ली राज्य को दे रही है.
दिल्ली में कई लोगों को वैक्सीन नहीं लगी है क्योंकि वैक्सीन अभियान को तेजी से नहीं चलाया गया. इस मुद्दे पर केजरीवाल कछुआ चाल अपनाए हुए हैं. दिल्ली सरकार ने उचित वक्त पर वेंटिलेटर्स का ऑर्डर नहीं दिया इसलिए इसकी कमी हो रही है.
दिल्ली सरकार ऑक्सीजन के विषय पर भी सियासत कर लोगों को गुमराह कर रही है. प्रति व्यक्ति के हिसाब से ऑक्सीजन की उपलब्धता ज्यादा है फिर भी केजरीवाल ऑक्सीजन का रोना रो रहे हैं.
पात्रा ने सवाल किया कि आखिरकार दिल्ली के ऑक्सीजन का कहां इस्तेमाल हो रहा है? पात्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि ऑक्सीजन ऑडिट बात पर केजरीवाल ने कहा की उसकी जररुत नहीं है. पिछले सात वर्षों से दिल्ली सरकार ने दिल्ली में एक भी नया अस्पताल नहीं खोला है. मोहल्ला क्लीनिक में कोरोना का इलाज ही नहीं होता है.
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इस आपातस्थिति में केजरीवाल सरकार जनता की कोई मदद नहीं कर रही है. हां यह जरुर है कि अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए वे केंद्र सरकार पर झूठा आरोप लगाते हैं. दिल्ली सरकार सिर्फ अपने विज्ञापन पर पैसे खर्च करती है. पिछले पांच साल में 1000 करोड़ अपने विज्ञापन पर खर्च कर चुकी है.