रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): लंबे समय बाद आज केदारनाथ धाम में मौसम साफ हुआ है. धाम में लगातार हुई बर्फबारी के बाद धूप खिली है. हालांकि आज केदारनाथ धाम की यात्रा देरी से खुली है. यात्रा खुलने का इंतजार कर रहे हजारों यात्रियों को धीरे-धीरे करके 10 बजे बाद सोनप्रयाग और गौरीकुंड से केदारनाथ धाम के लिये भेजा गया है. ग्लेशियर टूटने के कारण भैरव गदेरा में क्षतिग्रस्त हुये पैदल मार्ग को दुरुस्त करने का काम भी चल रहा है.
बुधवार को बंद रही थी केदारनाथ यात्रा: तीन मई को केदारनाथ में बर्फबारी का हाई अलर्ट जारी था. धाम में बर्फबारी भी अत्यधिक हुई. इस कारण तीन मई को केदारनाथ धाम की यात्रा स्थगित करनी पड़ी थी. अत्यधिक बर्फबारी के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग पर धाम से लगभग चार किमी नीचे ग्लेशियर टूट गया और मार्ग पर आवाजाही बंद हो गई. पैदल मार्ग को सुबह 4 बजे से ही खोलने का कार्य शुरू हो गया था. 50 से 60 मजदूर बर्फ को हटाने के कार्य में जुटे हुए हैं.
भैरव गदेरे में ग्लेशियर हटाने का काम जारी: लिनचौली से केदारनाथ के बीच 2 जगहों में ग्लेशियर टूटने से रास्ता बंद हो गया था. एक जगह पर मजदूरों ने पैदल मार्ग पर आवाजाही शुरू करवा दी है. मगर भैरों गदेरे पर अत्यधिक मात्रा में ग्लेशियर आने से मजदूरों को कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है. मजदूरों की ओर से ग्लेशियर को काटकर रास्ता बनाया जा रहा है. अब केदारनाथ धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों को बडे़-बड़े ग्लेशियरों से होकर गुजरना पड़ेगा. यहां से गुजरते समय उन्हें विशेष ध्यान रखने की जरूरत है.
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सीमित संख्या में तीर्थयात्रियों को भेजा जा रहा केदारनाथ: वहीं आज सुबह से ही धाम सहित निचले क्षेत्रों में मौसम साफ था, लेकिन पैदल मार्ग बंद होने के कारण यात्रियों को 10 बजे के बाद ही धाम के लिये रवाना किया गया. हालांकि धाम जाने के लिये यात्रियों की लाइन सुबह चार बजे ही सोनप्रयाग में लग गई थी. यात्रियों को सीमित संख्या में केदारनाथ भेजा जा रहा है, जिससे धाम सहित पैदल मार्ग पर व्यवस्थाएं बनी रहें.