हैदराबाद : मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि केसीआर ने राज्य के मुख्य सचिव को इस संबंध में कदम उठाने का निर्देश दिया. विज्ञप्ति में राव के हवाले से कहा गया कि तेलंगाना के लोगों के लिए नये सचिवालय भवन का नाम आंबेडकर के नाम पर रखना गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि तेलंगाना सरकार आंबेडकर के इस दर्शन के साथ आगे बढ़ रही है कि सभी लोगों को सभी क्षेत्रों में समान सम्मान मिले. उन्होंने कहा कि अलग तेलंगाना राज्य एक वास्तविकता बन सका, क्योंकि आंबेडकर ने अपनी दूरदर्शिता के साथ संविधान में अनुच्छेद तीन (जो नए राज्यों के गठन से संबंधित है) को शामिल किया. Telangana Secretariat.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों, महिलाओं और अगड़ी जातियों के गरीबों को मानवीय शासन प्रदान करके आंबेडकर की संवैधानिक भावना को लागू कर रही है. उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में दूरदृष्टि के साथ प्रगति कर देश में आदर्श बन चुके तेलंगाना ने आंबेडकर के नाम पर सचिवालय भवन का नामकरण कर एक बार फिर नया आदर्श पेश किया है.
आंबेडकर के नाम पर सचिवालय का नाम रखने का केसीआर का निर्णय राज्य विधानसभा द्वारा पारित उस प्रस्ताव के बाद आया जिसमें केंद्र सरकार से दिल्ली में नवनिर्मित संसद भवन का नाम आंबेडकर के नाम पर रखने के लिए कहा गया है. राव ने कहा कि वह जल्द ही विधानसभा प्रस्ताव के बारे में प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे. उन्होंने अपनी मांग दोहराई कि नये संसद भवन का नाम आंबेडकर के नाम पर रखा जाए.
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