पुलवामा: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा कस्बे में एक कश्मीरी पंडित की हत्या के बाद दूसरे दिन कैंडल मार्च निकाला गया. दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के कस्बे में देर शाम नगर निगम पार्षद, व्यापारी महासंघ, राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अच्छन गांव में पंडित की मौत के विरोध में कैंडल मार्च निकाला. इस मार्च में मौजूद लोगों के हाथों में कैंडल के साथ-साथ तख्तियां भी थीं, जिन पर श्रद्धांजलि के शब्द लिखे हुए थे. यह मार्च पुलवामा कस्बे के अलवुड कोर्ट से शुरू होकर शहीद फारूक चौक पर खत्म हुआ.
गौरतलब है कि यह कैंडल मार्च अचन पुलवामा निवासी संजय पंडित की उनके घर के पास अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के विरोध में निकाला गया था. इस मौके पर बोलते हुए विरोध में शामिल लोगों ने इस हत्याकांड की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि इस तरह के हमले कश्मीरी पंडित भाईचारे को नुकसान पहुंचा रहे हैं, इसलिए इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि उनकी जमीन यहां है और वे सदियों से यहां बसे हुए हैं और इस तरह के हमले मानवता की हत्या कर रहे हैं.
इससे पहले कल उनके निधन के दिन जिले के युवाओं ने भी कैंडल मार्च निकाला था, वहीं अचन गांव के लोगों ने भी उनके निधन पर विरोध दर्ज कराया था. विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों का कहना था कि पंडित की हत्या कर कश्मीरी भाईचारे को नुकसान पहुंचाया जा रहा है और ऐसी मौत यहां बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वहीं कश्मीर घाटी के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी कश्मीरी पंडित की हत्या के खिलाफ अपना मजबूत विरोध व्यक्त किया है और मांग की है कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए और कड़ी सजा दी जाए.