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खतरों के बीच जम्मू कश्मीर में आये रिकॉर्ड पर्यटक, घाटी में 172 आतंकवादी सक्रिय

कोरोना की तीसरी लहर कम होने के बाद जम्मू कश्मीर में एक बार फिर से सैलानियों की चहलकदमी बढ़ी है. मार्च महीने में यहां रिकॉर्ड पर्यटक घूमने आये. वहीं, आतंकवाद भी सक्रिय है. केवल मार्च में आतंकवाद से संबंधित विभिन्न गतिविधियों में 24 लोग मारे गए हैं.

Kashmir witnesses record breaking tourist in march militancy is also active
कश्मीर में आये रिकॉर्ड पर्यटक पर आतंकवाद भी सक्रिय
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Published : Apr 5, 2022, 9:33 AM IST

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर की वादियों में एक बार फिर से पर्यटकों आवागमन बढ़ा है. यहां मार्च में 1.80 लाख पर्यटक आए. इससे जम्मू-कश्मीर प्रशासन उत्साहित है. हालांकि,जम्मू कश्मीर में मार्च में भी सात नागरिकों सहित 24 लोगों की हत्या हुई है. पर्यटन विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक मार्च में 179970 पर्यटक कश्मीर में घूमने आये. यह आंकड़ा पिछले 10 वर्षों में एक रिकॉर्ड है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह कश्मीर में पर्यटन और संबंधित उद्योगों के पुनरुद्धार के लिए एक बहुत अच्छा संकेत है. लेकिन दुश्मन देश को यह नागवार गुजर रहा है.

अधिकारी ने आगे कहा, 'केवल मार्च में आतंकवाद से संबंधित विभिन्न गतिविधियों में 24 लोग मारे गए हैं. मारे गए लोगों में सात नागरिक हैं जबकि चार सुरक्षा बल के जवान हैं. ये संदेश स्पष्ट है कि वे कश्मीर में सामान्य स्थिति नहीं चाहते हैं.' अधिकारी ने पिछले 24 घंटों के दौरान हालात के बारे में कहा, 'पुलवामा और श्रीनगर में आतंकवाद से संबंधित चार अलग-अलग घटनाओं में एक सुरक्षाकर्मी सहित छह लोग घायल हो गए और सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया.'

पुलवामा की लिटर तहसील में एक ड्राइवर और कंडक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई और उसी जिले के लजुराह क्षेत्र में दो मजदूरों को गोली मारकर घायल कर दिया गया. अधिकारी ने कहा कि हमले नहीं थमे. श्रीनगर में आतंकवादियों के हमले में दो सीआरपीएफ के जवान घायल हो गये. इनमें एक शहीद हो गया जबकि दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है.अभी अभी, एक अलग घटना में आतंकवादियों ने शोपियां जिले के चोटिगम इलाके में एक नागरिक को गोली मार कर घायल कर दिया. उसे अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है और हालत स्थिर बताई गई है.'

जम्मू कश्मीर में 172 आतंकवादी सक्रिय

अधिकारी के मुताबिक सभी घटनाओं में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है. उन्होंने कहा, 'यहां सभी सक्रिय आतंकवादियों को खत्म कर दिया जाएगा. जम्मू कश्मीर में कुल 172 आतंकवादी सक्रिय हैं. इनमें 93 स्थानीय हैं और शेष 79 विदेशी हैं. हम आधुनिक तकनीकी का उपयोग कर रहे हैं और इस तरह वे (आतंकवादी) पकड़े जाएंगे.'

रक्षा प्रवक्ता ने क्या कहा

एक रक्षा प्रवक्ता ने भारतीय सेना की उत्तरी कमान द्वारा जारी आंकड़े के हवाले से कहा कि कुल 156 आतंकवादी - 79 स्थानीय और 77 विदेशी - कश्मीर में सक्रिय हैं और दो विदेशियों सहित 16 अन्य जम्मू क्षेत्र में सक्रिय हैं. जनवरी से मार्च 2022 के आंकड़े से पता चला है कि कुल 15 स्थानीय पुरुष आतंकवाद में शामिल हुए. सेना ने कहा कि इस वर्ष नियंत्रण रेखा से घुसपैठ के दो प्रयासों-एक कश्मीर और एक जम्मू में विफल किये गए. सेना का इशारा जनवरी में उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले और जम्मू क्षेत्र के पुंछ में घुसपैठ की कोशिशों की ओर था.

नये साल के पहले दिन घुसपैठ की नाकाम कोशिश के दौरान कुपवाड़ा में एक पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया और एक अन्य को जिंदा पकड़ लिया गया था, वहीं अगले दिन पुंछ जिले में सीमा पार से आतंकवादियों के एक समूह द्वारा इस तरफ घुसपैठ करने की कोशिश नाकाम कर दी गई. इसके अलावा सेना ने सोमवार को पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की तीसरी कोशिश को भी नाकाम कर दिया जब राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर सतर्क सैनिकों ने एक आतंकवादी को मार गिराया.

ये भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों ने दो लोगों को गोली मारी

सेना ने कहा कि आतंकी घटनाओं पर कहा कि इस साल के पहले तीन महीनों में कुल 35 ऐसी घटनाएं हुई हैं. उसने कहा कि इनमें सुरक्षा बलों के खिलाफ 27 आतंकी कृत्य और नागरिकों के खिलाफ आठ कृत्य शामिल है. डेटा ने यह भी संकेत दिया गया कि जनवरी और मार्च के बीच पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम का कोई उल्लंघन नहीं किया गया. भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशक (डीजीएमओ) ने 2021 में 24 और 25 फरवरी की दरमियानी रात से नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम बनाए रखने के लिए एक समझौते की घोषणा की थी. सेना ने कहा कि पिछले तीन महीनों के दौरान किसी भी आतंकवादी ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया, जबकि सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान 23 हथियार बरामद किए.

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर की वादियों में एक बार फिर से पर्यटकों आवागमन बढ़ा है. यहां मार्च में 1.80 लाख पर्यटक आए. इससे जम्मू-कश्मीर प्रशासन उत्साहित है. हालांकि,जम्मू कश्मीर में मार्च में भी सात नागरिकों सहित 24 लोगों की हत्या हुई है. पर्यटन विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक मार्च में 179970 पर्यटक कश्मीर में घूमने आये. यह आंकड़ा पिछले 10 वर्षों में एक रिकॉर्ड है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह कश्मीर में पर्यटन और संबंधित उद्योगों के पुनरुद्धार के लिए एक बहुत अच्छा संकेत है. लेकिन दुश्मन देश को यह नागवार गुजर रहा है.

अधिकारी ने आगे कहा, 'केवल मार्च में आतंकवाद से संबंधित विभिन्न गतिविधियों में 24 लोग मारे गए हैं. मारे गए लोगों में सात नागरिक हैं जबकि चार सुरक्षा बल के जवान हैं. ये संदेश स्पष्ट है कि वे कश्मीर में सामान्य स्थिति नहीं चाहते हैं.' अधिकारी ने पिछले 24 घंटों के दौरान हालात के बारे में कहा, 'पुलवामा और श्रीनगर में आतंकवाद से संबंधित चार अलग-अलग घटनाओं में एक सुरक्षाकर्मी सहित छह लोग घायल हो गए और सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया.'

पुलवामा की लिटर तहसील में एक ड्राइवर और कंडक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई और उसी जिले के लजुराह क्षेत्र में दो मजदूरों को गोली मारकर घायल कर दिया गया. अधिकारी ने कहा कि हमले नहीं थमे. श्रीनगर में आतंकवादियों के हमले में दो सीआरपीएफ के जवान घायल हो गये. इनमें एक शहीद हो गया जबकि दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है.अभी अभी, एक अलग घटना में आतंकवादियों ने शोपियां जिले के चोटिगम इलाके में एक नागरिक को गोली मार कर घायल कर दिया. उसे अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है और हालत स्थिर बताई गई है.'

जम्मू कश्मीर में 172 आतंकवादी सक्रिय

अधिकारी के मुताबिक सभी घटनाओं में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है. उन्होंने कहा, 'यहां सभी सक्रिय आतंकवादियों को खत्म कर दिया जाएगा. जम्मू कश्मीर में कुल 172 आतंकवादी सक्रिय हैं. इनमें 93 स्थानीय हैं और शेष 79 विदेशी हैं. हम आधुनिक तकनीकी का उपयोग कर रहे हैं और इस तरह वे (आतंकवादी) पकड़े जाएंगे.'

रक्षा प्रवक्ता ने क्या कहा

एक रक्षा प्रवक्ता ने भारतीय सेना की उत्तरी कमान द्वारा जारी आंकड़े के हवाले से कहा कि कुल 156 आतंकवादी - 79 स्थानीय और 77 विदेशी - कश्मीर में सक्रिय हैं और दो विदेशियों सहित 16 अन्य जम्मू क्षेत्र में सक्रिय हैं. जनवरी से मार्च 2022 के आंकड़े से पता चला है कि कुल 15 स्थानीय पुरुष आतंकवाद में शामिल हुए. सेना ने कहा कि इस वर्ष नियंत्रण रेखा से घुसपैठ के दो प्रयासों-एक कश्मीर और एक जम्मू में विफल किये गए. सेना का इशारा जनवरी में उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले और जम्मू क्षेत्र के पुंछ में घुसपैठ की कोशिशों की ओर था.

नये साल के पहले दिन घुसपैठ की नाकाम कोशिश के दौरान कुपवाड़ा में एक पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया और एक अन्य को जिंदा पकड़ लिया गया था, वहीं अगले दिन पुंछ जिले में सीमा पार से आतंकवादियों के एक समूह द्वारा इस तरफ घुसपैठ करने की कोशिश नाकाम कर दी गई. इसके अलावा सेना ने सोमवार को पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की तीसरी कोशिश को भी नाकाम कर दिया जब राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर सतर्क सैनिकों ने एक आतंकवादी को मार गिराया.

ये भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों ने दो लोगों को गोली मारी

सेना ने कहा कि आतंकी घटनाओं पर कहा कि इस साल के पहले तीन महीनों में कुल 35 ऐसी घटनाएं हुई हैं. उसने कहा कि इनमें सुरक्षा बलों के खिलाफ 27 आतंकी कृत्य और नागरिकों के खिलाफ आठ कृत्य शामिल है. डेटा ने यह भी संकेत दिया गया कि जनवरी और मार्च के बीच पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम का कोई उल्लंघन नहीं किया गया. भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशक (डीजीएमओ) ने 2021 में 24 और 25 फरवरी की दरमियानी रात से नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम बनाए रखने के लिए एक समझौते की घोषणा की थी. सेना ने कहा कि पिछले तीन महीनों के दौरान किसी भी आतंकवादी ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया, जबकि सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान 23 हथियार बरामद किए.

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