श्रीनगर: कश्मीर के नेताओं ने कुलगाम जिले में आतंकवादियों के द्वारा एक टीचर की हत्या की निंदा करते हुए अल्पसंख्यकों, विशेषकर पंडितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपराज्यपाल, प्रशासन से मांग की है. दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में अज्ञात बंदूकधारियों के हमले में एक शिक्षिका की हत्या को 'पाकिस्तान की चाल' बताते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सूफी मुहम्मद यूसुफ ने 'अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा' के लिए उपराज्यपाल, प्रशासन से मांग की है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए, सूफी ने कहा, 'यह बहुत दुखद है कि कश्मीर में निर्दोष नागरिकों पर हमलों की एक लंबी सूची है जो चिंता का कारण है.' उन्होंने नागरिकों पर हो रहे हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया और कहा, 'पाकिस्तान के इशारे पर कश्मीर में निर्दोष लोगों का नरसंहार किया जा रहा है और हम इस कायरता की कड़ी निंदा करते हैं.' पंडितों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'इस तरह के प्रयासों से घबराने और निराश होने की जरूरत नहीं है. भाजपा कश्मीरियों के साथ है.
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जम्मू और कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के एक वरिष्ठ नेता अब्दुल गनी वकील ने शिक्षिका की हत्या की कड़ी निंदा करते हुए कहा, 'निर्दोषों की हत्या एक चिंताजनक और दुखद घटना है. उन्होंने कहा कि इस समय कश्मीर के सभी लोग शोक में हैं. किसी भी निर्दोष व्यक्ति की हत्या करना एक जघन्य और शर्मनाक कृत्य है.' अब्दुल गनी वकील ने भी उपराज्यपाल से लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए उचित व्यवस्था करने की भी मांग की. कश्मीरी पंडितों के प्रेस कांफ्रेंस में कहा गया कि उन्होंने सरकार को उन्हें स्थानांतरित करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है, अगर सरकार ऐसा करने में विफल रहती है तो वे घाटी के से बड़े पैमाने पर पलायन करेंगे.