श्रीनगर : नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख और सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला (Dr. Farooq Abdullah) ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत पर कहा है कि कर्नाटक में प्यार की जीत हुई है. पुलवामा जिले के एक गांव में एक निजी समारोह में शामिल होने आए अब्दुल्ला ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव ने साबित कर दिया है कि देश धर्मों के बीच लड़ाई नहीं चाहता और यह प्यार की जीत है. उन्होंने कहा कि एक तरफ प्यार था और दूसरी तरफ दबाव और अब जो भी राजनीति होगी उसमें धर्मों का इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि भारत की जनता संप्रदायों की लड़ाई नहीं चाहेगी.
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मैं कर्नाटक की जनता को धन्यवाद देता हूं. उन्होंने नफरत की सियासत को नकार दिया और मोहब्बत की सियासत को अपनाया है. अब्दुल्ला ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य धर्मों को मिलाना था. इसके यात्रा का भी फल मिला है. उन्होंने भारत को मोहब्बत से जोड़ने का काम किया है.
उन्होंने उम्मीद जताई की जम्मू कश्मीर का दर्जा भी बहाल हो जाएगा और यहां विधानसभा के चुनाव भी होंगे. जी20 के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इससे पर्यटना को बढ़ावा मिलेगा और जल्द ही कश्मीर में इसकी बैठकें होती रहेंगी. उन्होंने सवाल किया कि हवाई किराया बढ़ाया गया है तो पर्यटक यहां कैसे आएंगे?. इस दौरान मुहम्मद अयूब नेशनल कांफ्रेंस में शामिल हो गए. इस अवसर पर फारूक अब्दुल्ला के साथ डॉ. मुस्तफा कमाल, सांसद, हसनैन मसौदी, महासचिव, अली मुहम्मद सागर नेशनल कांफ्रेंस, पुलवामा जिला अध्यक्ष, गुलाम मुहीद्दीन मीर मौजूद थे.
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