हावेरी (कर्नाटक): फिर से जीवित हो जाने की आस में माता-पिता के द्वारा अपने दो बच्चों के शवों को छह घंटे तक नमक से ढककर रखने का मामला सामने आया है. बताया जाता है कि इस बारे में सोशल मीडिया में एक वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक माता-पिता अपने 11 और 12 साल के बच्चों के शवों को छह घंटे तक नमक से ढांक रखे हुए ते. उनका मानना था कि इससे उनके बच्चे पुनर्जीवित हो जाएंगे. हालांकि ऐसा कुछ भी नहीं होने पर उन्होंने शवों का अंतिम संस्कार कर दिया.
यह घटना रविवार को कर्नाटक के हावेरी जिले के ब्याडागी तालुक के गैलापुजी गांव में हुई. लेकिन मामला मंगलवार को सामने आया. इसमें मृतक हेमंत (12) और नागराज (11) उस समय डूब गए थे जब वे गांव की एक झील में तैरने गए थे. शवों को पानी से बाहर निकालने के बाद माता-पिता ने उन्हें नमक के दो ढेर के नीचे ढक दिया था. ग्रामीणों ने कहा कि कई महीने पहले सोशल मीडिया पर एक संदेश प्रसारित किया गया था जिसमें कहा गया था कि यदि किसी मृत व्यक्ति को पांच घंटे तक नमक के नीचे रखा जाए तो वह पुनर्जीवित हो सकता है.
उन्होंने कहा कि चमत्कार कभी भी हो सकता है और चूंकि तरकीब आजमाने में कोई नुकसान नहीं है. इस वजह से दंपत्ति ने ऐसा करने का फैसला किया दोनों के शवों पर कुछ किलोग्राम नमक डाला और उन्हें छह घंटे तक अछूता रखा गया. वहीं सूचना पर कागिनेले थाने की टीम मौके पर पहुंची. साथ ही जब छह घंटे बाद भी कुछ नहीं हुआ तो पुलिस ने दोनों शवों को छोड़ने के लिए माता-पिता को समझाने की कोशिश की. अंत में, माता-पिता ने शवों को दाह संस्कार के लिए ले जाने की अनुमति दे दी.
बता दें कि पिछले साल भी ऐसी ही एक घटना राज्य के बेलारी में घटी थी जब परिवार के सदस्यों ने अपने बेटे के शव को नमक से ढककर उसे जिंदा करने की कोशिश की थी. उन्होंने अपने 10 साल के बेटे के शव को चार घंटे तक नमक के नीचे रखा और कुछ नहीं होने पर आखिरकार उसका अंतिम संस्कार कर दिया. इसमें भी बालक तालाब में डूब गया था. ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट देखी है जिसमें कहा गया है कि इस प्रक्रिया में मृतकों को पुनर्जीवित किया जा सकता है.
ये भी पढ़ें - पत्नी की हत्या कर रात में शव के बगल में सोया पति; सुबह पिता को डांटकर भगाया, कमरे का नजारा देख दंग रह गई पुलिस