दावणगेरे (कर्नाटक): देश में सरकार के द्वारा वृद्ध लोगों की सुविधाओं के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है. जिसमें वृद्धा पेंशन योजना काफी पॉपुलर है. इस योजना के तहत बुजुर्ग वर्ग के लोगों को हर महीने उनके जीवन यापन के लिए एक निर्धारित राशि दी जाती है. हालांकि, सरकार के द्वारा लॉन्च इस योजना का लाभ बुजुर्ग वर्ग के लोग घर बैठे ऑनलाइन ले रहे हैं.
वहीं, देश में कुछ ऐसे जिले भी हैं, जहां बुजुर्गों को मासिक पेंशन लेने के लिए मीलों का सफर तय करना पड़ता है. दरअसल, कर्नाटक के हरिहर के कुनेबेलकेरे गांव से एक ऐसी ही घटना सामने आई है, जहां एक बूढ़ी महिला मासिक पेंशन पाने के लिए 2 किमी रेंगकर डाकघर पहुंची है. गिरिजम्मा नाम की इस बूढ़ी महिला को पिछले दो महीने से पेंशन नहीं मिल रही है. कुनेबेलकेरे डाकघर से वृद्धा को मासिक पेंशन आ रही थी. लेकिन पिछले दो माह से उनकी पेंशन नहीं मिली है. जब उसने पोस्टमैन से इस बारे में पूछा तो उसने कहा कि उसे देने के लिए पेंशन के पैसे अभी नहीं मिले हैं.
बार-बार पेंशन लेने के लिए पोस्ट ऑफिस का चक्कर काट रही बूढ़ी महिला के पैरों में छाले पड़ गए है. महिला की तबियत पोस्ट ऑफिस में ही खराब हो गई. जिसके बाद पोस्ट ऑफिस के अधिकारियों ने वृद्धा को हरिहर अस्पताल में भर्ती कराया है. अस्पताल में भर्ती बूढ़ी महिला ने बताया की मुझे दो महीने से पेंशन नहीं मिली है. पेंशन के बारे में पोस्ट ऑफिस के अधिकारियों से पुछने पर डांट दिया जाता है. पैसे की इतनी तंगी है कि ऑटो का किराया देने तक के लिए पैसे नहीं हैं और देखभाल करने के लिए मेरे कोई बच्चे भी नहीं है. इस पेंशन के सहारे ही जी रही हूं.
वहीं, वृद्ध महिला की परेशानी को देखते हुए कुनेबेलेकेरे की एक आशा कार्यकर्ता ने उसकी मदद की है. बुजुर्ग गिरिजम्मा की देशभाल के लिए कई लोग सामने आए हैं.