हावेरी: कर्नाटक के हावेरी में खून की कमी से पीड़ित एक गर्भवती डॉग को एक अन्य डॉग ने रक्तदान किया. यह हावेरी जिले के हनागल तालुक के अक्की अलूर गांव का मामला है. हवेरी के हनागल तालुक में अक्की अलुर को रक्त सैनिकों का गृहनगर माना जाता है. यहां हर घर में आपको एक ब्लड डोनर मिल जाएगा. एक बार नहीं, बल्कि कई बार रक्तदान कर यहां के युवा जीवनदाता बन चुके हैं. इन रक्तदाताओं के गृहनगर ने एक दुर्लभ घटना देखने को मिली.
एक शख्स ने अपने स्वस्थ डॉग से गर्भवती डॉग को रक्तदान कराकर जानवरों के प्रति प्यार दिखाया है. यहां जिप्सी नाम की दो महीने की गर्भवती डॉग को जिम्मी नाम के एक अन्य मेल डॉग ने खून दिया. जानकारी के अनुसार जिप्सी बीमार थी। जब जिप्सी को पशु चिकित्सालय लाया गया तो डॉक्टर ने बताया कि जिप्सी खून की कमी से पीड़ित है और उसे खून दिए जाने से उसे फायदा मिलेगा.
इस बात की जानकारी जब जिमी के मालिक वैभव पाटिल को हुई तो उन्होंने अपने पालतू जानवर से जिप्सी को खून देने की पेशकश की. उन्होंने जिप्सी को अपने पसंदीदा डॉग जिमी का ब्लड डोनेट किया. खून की गंभीर कमी से जूझ रही जिप्सी खून देने के बाद ठीक हो गई है. जिप्सी के मालिक ने रक्तदान करने के लिए जिमी के मालिक का धन्यवाद किया है. रक्त की आवश्यकता वाले लोगों की सहायता के लिए अक्की अलूर में मित्रवत रक्तदाताओं का एक समूह बनाया गया है.
जिप्सी एंड जिम्मी के मालिक इस ग्रुप के सदस्य थे. ग्रुप के सदस्यों का कहना है कि यह बात काबिल-ए-तारीफ है कि इस ग्रुप ने इंसान ही नहीं, बल्कि जानवर के खून की कमी को भी दूर किया है. इस दुर्लभ रक्तदान के लिए पशु चिकित्सालय के डॉक्टर डॉ अमित पुराणिकर, डॉक्टर संधोश, ब्लड टेस्टर दादापीर कलादगी ने समारोह का संचालन किया. आज के दौर में जब इंसान और इंसान के बीच संबंध बिगड़ते जा रहे हैं, तो मालिक के उस पशु प्रेम की तारीफ की जा रही है जिसने अपने पालतू डॉग से दूसरे जानवर की जान बचाने के लिए रक्तदान किया गया.