बेंगलुरु : विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों के बीच कोविड -19 के मामले बढ़ने के साथ, कर्नाटक के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री (Karnataka Primary and Secondary Education Minister) बी सी नागेश (B C Nagesh) ने कहा कि अगर गंभीर स्थिति पैदा होती है तो सरकार परीक्षा रोकने और स्कूलों को रोकने से पीछे नहीं हटेगी.
उन्होंने कहा कि हालांकि विशेषज्ञों की राय है कि नियमित ऑफलाइन कक्षाएं आयोजित करने में कोई समस्या नहीं है.
नागेश ने यहां संवाददाताओं से कहा कि अगर परीक्षा और स्कूलों को रोकने की आवश्यकता हुई तो हम पीछे नहीं हटेंगे. हालांकि, वर्तमान स्थिति में सभी विशेषज्ञ उनकी राय है कि कोई समस्या नहीं है.'
मंत्री ने कहा कि सरकार प्रति घंटे के आधार पर कोविड -19 स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी समस्या से बचने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करेगी.
नागेश ने कहा, 'यदि आवश्यक हुआ तो हम परीक्षा रोक देंगे. हालांकि, परीक्षा में मानक संचालन प्रक्रिया को बहुत सख्ती से बनाए रखा जाता है, क्योंकि हम शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए बैठने की व्यवस्था करते हैं.'
मंत्री ने लोगों से घबराने के लिए नहीं कहा क्योंकि इससे बच्चों की शैक्षणिक गतिविधियों (academic activities of children) पर असर पड़ेगा.
नागेश ने कहा, 'लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस साल हमने एक साल के तालाबंदी के बाद नियमित स्कूल शुरू किए. अगर स्कूल फिर से बंद हो जाते हैं तो बच्चों को कक्षाओं में वापस लाना मुश्किल होगा.'
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हालांकि, उन्होंने माता-पिता को आश्वासन दिया कि शिक्षा विभाग कड़े कदम उठाएगा, अगर यह महसूस किया जाता है कि कोविड -19 की स्थिति बच्चों के स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाली है.
बता दें कि हुबली-धारवाड़ में एक मेडिकल कॉलेज ( medical college in Hubballi-Dharwad) के बड़ी संख्या में छात्रों और कर्मचारियों ने COVID-19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया.