बेंगलुरु : कर्नाटक सरकार ने कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी के कारण चामराजनगर में कोविड-19 के 24 मरीजों की मौत के मामले की जांच के लिए उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश बी ए पाटिल का एक सदस्यीय आयोग बुधवार को नियुक्त किया है.
गृह विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव रजनीश गोयल ने न्यायमूर्ति पाटिल की नियुक्ति के संबंध में बुधवार को अधिसूचना जारी की.
अधिसूचना में कहा गया है, 'चामराजनगर के जिला अस्पताल में तीन मई को कोविड-19 मरीजों की कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी या अन्य कारणों से मौत से जुड़े घटनाक्रम एवं परिस्थितियों की जांच के लिए सरकार ने जांच आयोग गठित किया है.'
आयोग को एक महीने में अपनी रिपोर्ट पेश करनी होगी.
अधिसूचना में कहा गया है कि चामराजनगर और मैसूर जिलों के उपायुक्तों समेत संबंधित अधिकारियों को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को सभी आवश्यक दस्तावेज एवं साक्ष्य तत्काल सौंपने होंगे, जिन्हें जांच आयोग को दिया जाएगा.
कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश के बाद इस आयोग का गठन किया गया है. अदालत ने चामराजनगर में हुई मरीजों की मौत का गंभीर संज्ञान लिया था और न्यायिक जांच की सिफारिश की थी.
इससे पहले, राज्य सरकार ने आईएएस अधिकारी शिवयोगी कलसाड को जांच अधिकारी नियुक्त किया था. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने कहा था कि ऑक्सीजन की कमी से तीन लोगों की मौत हुई, न कि 24 लोगों की, जबकि विपक्ष ने 28 लोगों की मौत होने का दावा किया है.
इसे भी पढ़ें: AAP विधायक सहीराम पहलवान की पत्नी का कोरोना से निधन, केजरीवाल ने जताया शोक