बेंगलुरु: इस बार कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वरुणा और कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्रों के बाद, चन्नापटना एक ऐसी विधानसभा सीट है, जहां चुनाव प्रचार बहुत जोर-शोर से किया जा रहा है. इस सीट पर बीजेपी और जेडीएस के बीच सीधी टक्कर होने वाली है. कठपुतली उद्योग के लिए मशहूर कर्नाटक की चन्नापटना विधानसभा सीट में चुनावी जंग जारी है. इस सीट पर दो कद्दावर नेताओं के बीच बड़ी लड़ाई होने वाली है. इसके लिए दोनों ही उम्मीदवार पूरी ताकत से प्रचार अभियान में जुटे हुए हैं.
चन्नापट्ना विधानसभा सीट, पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का गृह निर्वाचन क्षेत्र है. कुमारस्वामी चन्नापटना निर्वाचन क्षेत्र से जेडीएस के उम्मीदवार हैं और फिर से जीतने व मुख्यमंत्री बनने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं. वह दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं और अब उसी निर्वाचन क्षेत्र से जीतकर तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश रखते हैं. वहीं राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो इस बार कुमारस्वामी के लिए जीत इतनी आसान नहीं होने वाली है.
वहीं दूसरी ओर बीजेपी नेता सीपी योगेश्वर, जो पूर्व मंत्री और वर्तमान विधान परिषद के सदस्य भी हैं, एचडी कुमारस्वामी के मुकाबले में खड़े हैं. योगेश्वर, जिन्हें बीजेपी से टिकट मिला है और वह कुमारस्वामी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे है और माना जा रहा है कि इस बार उनका जीतना तय है.
2008 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में और 2013 में समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ने वाले सीपी योगेश्वर ने इस निर्वाचन क्षेत्र से शानदार जीत हासिल की. हालांकि, 2018 में, योगेश्वर ने भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था. उन्हें कुमारस्वामी के खिलाफ कड़े मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था. इस बार भी दोनों के बीच बेहद कड़ा मुकाबला होने वाला है.
चन्नापटना विधानसभा क्षेत्र में प्रचार जोरों पर है और पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा ने अपने बेटे कुमारस्वामी के पक्ष में प्रधानमंत्री मोदी के प्रचार अभियान से पहले एक बड़ा अभियान चलाया और मतदाताओं से कुमारस्वामी को आशीर्वाद देने की अपील की.
प्रधान मंत्री मोदी के आगमन पर टिप्पणी करते हुए देवेगौड़ा ने कहा कि मैं पहली बार कुमारस्वामी के निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार करने आया हूं. इसे पूरा करने के बाद मैं दूसरे क्षेत्रों में जाऊंगा. प्रधानमंत्री आ रहे हैं. मुझे पता है. उनके आने तक मेरा कार्यक्रम समाप्त हो जाएगा. क्या हम बीजेपी के आगमन को ना कह सकते हैं? आखिर जनता तय करेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो राज्य के दौरे पर हैं, उन्होंने चन्नापटना में एक विशाल सम्मेलन में भाग लिया और कांग्रेस व जेडीएस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक में राजनीतिक अस्थिरता के लिए कांग्रेस और जेडीएस पार्टियां जिम्मेदार हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्य की जनता को उनसे सावधान रहना चाहिए.
चन्नापटना विधानसभा क्षेत्र में ओक्कालिगा वोट निर्णायक भूमिका निभाते हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने क्षेत्र के मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए अपनी-अपनी रणनीति तैयार कर ली है. पूर्व प्रधानमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री ने मिलकर चन्नापटना में अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया और अब यह नतीजों के बाद ही पता चलेगा कि वोटर किसका समर्थन करेंगे?