बेंगलुरु: कर्नाटक चुनाव 2023 से ठीक पहले राज्य के बीजेपी के दिग्गज नेता जगदीश शेट्टार कांग्रेस में शामिल हो गए. कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद पूर्व सीएम शेट्टार ने कहा, 'आज मैंने भारतीय जनता पार्टी छोड़ दी है और कांग्रेस में शामिल हो गया हूं.' बहुत से लोग हैरान हैं. स्वाभाविक है कि इस बात पर बहस होनी चाहिए कि वह कांग्रेस पार्टी में क्यों शामिल हुए. मैं वह व्यक्ति हूं जिसने भारतीय जनता पार्टी को खड़ा किया. लेकिन पिछले कुछ दिनों से वहां कोई सम्मान नहीं मिला.'
जगदीश शेट्टार ने कहा,'उत्तर कर्नाटक में पार्टी को मजबूत करने का काम किया है. मैंने पार्टी को अच्छा दर्जा दिलाया. मैं छह बार विधायक के रूप में पार्टी के लिए काम किया. मैं लगातार 25,000 वोटों के अंतर से जीतता रहा हूं. अगर यह चुनाव लड़ा होता तो यह सातवीं बार होता. क्षेत्र में हर तरह के विकास कार्य किए जा रहा था. एक वरिष्ठ के रूप में मुझे टिकट के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता नहीं थी. लेकिन जब बताया गया कि पार्टी का टिकट नहीं है तो मैं चौंक गया.'
पूर्व सीएम शेट्टार ने कहा, 'यदि आपको कम से कम कुछ हफ़्ते पहले ही बता दिया गया होता कि आपको राष्ट्रीय राजनीति में जाने दिया जाएगा या पार्टी की अन्य गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाएगा, तो आप परेशान नहीं होते. एक अच्छी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले परिवार से होने के कारण, मेरे पिता भी एक राजनेता थे. मुझे अभी भी समझ में नहीं आया कि पार्टी ने मुझे क्यों नजरअंदाज किया. मुझे सत्ता नहीं चाहिए थी. विधायक के तौर पर अपनी ताकत दिखाने की जरूरत नहीं है. लेकिन नामांकन पत्र जमा करते समय जब समिति की बैठक हो रही थी तो भाजपा आलाकमान ने मुझे संदेश दिया कि आपको टिकट नहीं मिलेगा, स्वीकृति पत्र भिजवा दीजिए.'
उन्होंने कहा, 'पार्टी चुनावी राजनीति से बाहर होने की सूचना दे सकती थी. अगर मेरे साथ नए उम्मीदवारों या पहली बार निर्वाचित विधायकों की तरह व्यवहार किया जाता है तो मैं इसे कैसे सहन कर सकता हूं? उनका बर्ताव सही नहीं था. मेरे नाराज होने के बाद समझाने का प्रयास किया गया. लेकिन ये पहले किया जा सकता था..? इससे मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंची है. उन्होंने कहा कि यह फैसला पार्टी के कुछ करीबी मित्रों और क्षेत्र के नेताओं से चर्चा के बाद लिया गया.
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एमबी पाटिल और अन्य नेता हमसे संपर्क किया. उन्होंने कहा कि आपका स्वाभिमान खो गया है. उन्होंने कांग्रेस में जाने की ओर इशारा किया. वहीं, मैंने तय किया है कि जहां स्वाभिमान खो गया है, वहां रहने से अच्छा है कि कांग्रेस के सिद्धांतों को मान कर उसमें शामिल हो जाऊं. मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जिसे हमेशा यह विश्वास दिलाया गया है कि पार्टी महत्वपूर्ण है, व्यक्ति नहीं. लेकिन राज्य की राजनीति में हो रहा विकास इतना अच्छा नहीं है. कुछ नेता पूरे प्रदेश की भाजपा राजनीति को अपने कब्जे में लेने की कोशिश कर रहे हैं.'