हावेरी : कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया यह कहकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं कि उनके कार्यकाल में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लिए 17 लाख घर बनाए गए थे.
बोम्मई ने हनागल में संवाददाताओं से कहा, 'सिद्धारमैया ने एक बयान दिया है कि उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए 17 लाख घर दिए थे. तथ्य यह है कि उन्होंने केवल 15 लाख घरों को कागज पर मंजूरी दी थी, जबकि उन्हें इसके लिए धन भी आवंटित करना चाहिए था.'
बोम्मई हनागल विधानसभा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार शिवराज सज्जनर के लिए प्रचार करने अपने गृह जिले हनागल पहुंचे थे.
उन्होंने कहा, 'चुनाव से तीन महीने पहले 15 लाख घरों को मंजूरी देना कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है. अगर उन्होंने अपने कार्यकाल की शुरुआत में इसे मंजूरी दी होती और इसे पूरा किया तो तो यह एक उपलब्धि होती. सिद्धारमैया लोगों को गुमराह कर रहे हैं.'
मुख्यमंत्री ने कहा कि पदभार संभालने के बाद से उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में चार लाख और शहरी क्षेत्रों में एक लाख आवास स्वीकृत किए हैं तथा अब लाभार्थियों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
इस बीच, सिद्धारमैया ने बोम्मई को हनागल के विकास के मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से बहस के लिए आने की चुनौती दी और राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में उनकी क्षमता पर सवाल उठाया.
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(पीटीआई-भाषा)