बेंगलुरु : कर्नाटक 'टेंडर के लिए रिश्वत' घोटाले के मुख्य आरोपी और भाजपा विधायक मदल विरुपक्षप्पा (BJP MLA Madal Virupakshappa ) गुरुवार को बेंगलुरु में लोकायुक्त जांच अधिकारी के सामने पेश हुए. कर्नाटक हाईकोर्ट ने विरुपाक्षप्पा को जांच एजेंसी के सामने खुद को पेश करने के लिए 48 घंटे की डेडलाइन दी थी. भाजपा नेता जांच अधिकारी एंथनी जॉन के सामने पेश हुए. लोकायुक्त सूत्रों ने कहा कि जॉन ने जांच शुरू कर दी है और मामले को लेकर विधायक से पूछताछ की गई.
विधायक के बेटे और सरकारी अधिकारी प्रशांत मदल को दो मार्च को केएसडीएल कार्यालय में एक ठेकेदार से कथित रूप से 40 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था. लोकायुक्त के अधिकारियों ने छापेमारी कर आरोपियों के कार्यालयों और आवासों से 8 करोड़ रुपये कैश बरामद किए. आरोपी विरुपक्षप्पा कर्नाटक साबुन और डिटर्जेंट लिमिटेड (केएसडीएल) के अध्यक्ष थे और उनका बेटा मदल कथित रूप से अपने पिता की और से रिश्वत ले रहा था.
कथित रूप से कच्चे माल की खरीद के लिए एक टेंडर के आवंटन के लिए पैसे का भुगतान किया गया था. कर्नाटक हाईकोर्ट ने बीजेपी विधायक को अंतरिम जमानत दी थी. भाजपा विधायक को जमानत दिए जाने के बाद जश्न शुरू हो गया जिसने बहस छेड़ दी और यह राष्ट्रीय समाचार बन गया. वहीं विधायक मदल विरुपाक्षप्पा के पुत्र घूस मामले में गिरफ्तारी के जांच अधिकारी बदले गए हैं. मामले की जांच के चार दिनों के भीतर अचानक दो जांचकर्ताओं के बदले जाने से काफी संदेह पैदा हो गया है.
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(आईएएनएस)