कानपुर देहातः जिले के 42 साल पुराने बेहमई नरसंहार मामले में जिला कारागार में बंद चल रहे डाकू पोसा की मंगलवार को हालत बिगड़ गई. उसे जेल पुलिस द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर चिकित्सक ने इमरजेंसी वार्ड में उसे भर्ती कर उपचार शुरू किया. उसकी निगरानी में दो पुलिसकर्मी भी लगाए गए हैं. डाकू पोसा की बात करें तो वह फूलन देवी के बेहद करीबी रहे हैं. पोसा कई वर्षों से माती जिला जेल में बंद है.
जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के बेहमई गांव में 14 फरवरी 1981 को फूलनदेवी ने नरसंहार किया था. इसमें 22 लोगों को एक लाइन में खड़ाकर मौत के घाट उतार दिया गया था. उस दौरान डाकू पोसा भी इस कांड में शामिल था. डाकू पोसा (80) जिला जेल में बंद चल रहा है. उम्र ज्यादा होने की वजह से उसे कई बीमारियों ने घेरा हुआ है. आए दिन उसकी तबीयत खराब रहती है. जेल में पोसा को सांस लेने में तकलीफ हुई तो पुलिसकर्मी उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे. यहां पर उसका उपचार जारी है.
डॉ. प्रतीक सक्सेना ने बताया कि पोसा को भर्ती कर उसका एक्सरे, सिटी स्कैन और खून की जांच कराई गई है. इसमें पोसा के सीने में संक्रमण का स्तर ज्यादा निकला है. इसके अलावा उसके पैरों में काफी सूजन है. हार्ट में ज्यादा दिक्कत होने के कारण पोसा को कानपुर नगर के कॉडियोलॉजी रेफर किया जाएगा.
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