कांकेर: छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर 3 लाख के इनामी नक्सली ने कांकेर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. नक्सल संगठन मिलिट्री प्लाटून नंबर 5 के सेक्शन ए का डिप्टी कमांडर के पद पर पदस्थ सन्नू मंडावी नक्सलियों के शोषण, अत्याचार, हिंसा से तंग आकर सरेंडर किया है. सन्नू मंडावी ऊर्फ शिवाजी परतापुर इलाके में सक्रिय होकर काम कर रहा था. नक्सली अपने साथ इंसास /एसएलआर रखकर चलता था.
कांकेर में नक्सली कमांडर का सरेंडर: एचपी सिंह डीआईजी बीएसएफ ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सली सन्नु मंडावी उर्फ शिवाजी साल 2005 में बाल संघम के रूप में भर्ती हुआ था. फिर वर्ष 2005-06 में 03 माह कंपनी नंबर- 02 में रहा. वर्ष 2006 में पदोन्नत होकर उत्तर बस्तर डिवीजन के अंतर्गत सक्रिय परतापुर एरिया कमेटी के प्लाटून नंबर- 05 में सेक्शन डिप्टी कमांडर के रूप में साल 2016 तक काम करता रहा. सन्नू मंडावी अपने साथ, इंसास / एसएलआर रखकर चलता था. नक्सल संगठन में ही रहते सन्नू मंडावी ने शादी किया. वर्ष 2015 में संगठन के ही जीतो जुर्री के साथ विवाह करने पर इसे पद से डिमोट कर दिया गया था. वर्ष 2016 में सन्नु मंडावी उर्फ शिवाजी को गंगालूर एरिया कमेटी भेजा गया. मनकेली जनमिलिशिया कमांडर की जवाबदारी सौंपी गई थी. जहां अब तक काम कर रहा था.
सन्नु मंड़ावी उर्फ शिवाजी इन घटनाओं को दे चुका है अंजाम:
फरवरी 2006 में एनएमडीसी हिरोली दंतेवाड़ा में 08 CISF जवानों की हत्या में शामिल. 17 हथियार लूटे. वर्ष 2007 विश्रामपुरी पुलिस थाना, जिला कोण्डागांव में हमला कर 01 सहायक उप निरीक्षक , 02 प्रधान आरक्षक की हत्या की में शामिल था.
जुलाई 2009 में मदनवाड़ा कैम्प हमला, जिसमें एसपी विनोद चौबे सहित 29 जवानों का हत्या में शामिल. इस एम्बुश में 300 माओवादी सुधाकर और रामेदर के नेतृत्व में शामिल रहा.
अगस्त 2010 में थाना दुर्गुकोंदल थाना के भुस्की गांव में बीएसएएफ के 05 जवानों की हत्या में शामिल, हथियार लूटे.
अगस्त 2019 में गोरना गांव, जिला बीजापुर में आईईडी ब्लास्ट किया. जिसमें डीआरजी के जवान घायल हुए.
अप्रैल 2023 में जनमिलिशिया कमांडर के रूप में मनकेली (बीजापुर ) पंचायत एरिया में कैम्प के विरोध में पेड़ काटकर रोड ब्लॉक कर नक्सल बैनर पोस्टर लगाये और नवीन कैम्प खोलने और सड़क निर्माण का विराध करने में भी शामिल था.