कामदा एकादशी 2023 : एकादशी का अपना ही महत्व है. चैत्र मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी को Kamda Ekadashi के रूप में उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस दिन विधि-विधान से पूजा और व्रत करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस बार कामदा एकादशी 1 अप्रैल 2023 को है. Ekadashi Vrat के मुख्य देवता भगवान विष्णु हैं जिनकी(उनके अवतार की)पूजा इस दिन की जाती है.
भगवान विष्णु की साधना: इस दिन सुबह उठकर सबसे पहले स्नान कर सूर्य को अर्घ्य दें. इसके बाद भगवान विष्णु की पूजा करें. उन्हें पीले फूल, पंचामृत,फल और तुलसी अर्पित करें.इसके बाद Lord Vishnu का ध्यान करें और उनके मंत्रों का जाप करें.
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
ॐ विष्णवे नम:
ॐ हुं विष्णवे नम:
ॐ नमो नारायण
श्री मन नारायण नारायण, हरि हरि...
ॐ नारायणाय विद्महे ... वासुदेवाय धीमही ... तन्नो विष्णु प्रचोदयात.
श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे...हे नाथ नारायण वासुदेवाय
संतान प्राप्ति के उपाय:
पति-पत्नी मिलकर भगवान श्री कृष्ण को पीला फल और पीला फूल अर्पित करें. संतान गोपाल मंत्र (Santan Gopal Mantra ) का कम-से-कम 11 माला जाप एक साथ करें. संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें.पति-पत्नी को फल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करना चाहिए.
आर्थिक लाभ के लिए करें उपाय :
भगवान विष्णु/श्री कृष्ण को पीले फूलों की माला अर्पित करें.इसके बादॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीवासुदेवाय नमः" का कम से कम 11 माला जाप करें.आर्थिक लाभ के लिए प्रार्थना करें.साल में एक बार यह उपाय जरूर करें.
पाप नाश के लिए करें यह उपाय:
भगवान विष्णु/श्रीकृष्ण को चंदन की माला अर्पित करें.इसके बाद- 'क्लीं कृष्ण क्लीं' का 11 माला जाप करें.अर्पित चंदन की माला अपने पास रखें.पापों का प्रायश्चित होगा, पाप प्रवृत्ति से मुक्ति मिलेगी. आपके नाम की कीर्ति में वृद्धि होगी.
पितृों को प्रसन्न करने का उपाय:
एकादशी के दिन शाम या रात को भगवान कृष्ण के सामने बैठें. उन्हें पीले फूल और चंदन अर्पित करें.इसके बाद गीता के 11वें अध्याय (Gita 11th Chapter)का पाठ करें.भगवान विष्णु से पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें.
Disclaimer : यहआर्टिकल धार्मिक मान्यताओं और जानकारियों परआधारित है, Etvभारत ऐसी किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता.