श्रीनगर : जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने सोमवार को कहा कि जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) के बिना जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं होता. उन्होंने कहा कि अगर जवाहरलाल नेहरू उस समय देश के नेता नहीं होते तो जम्मू कश्मीर का भारत में विलय नहीं होता.
महबूबा मुफ्ती ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश की धर्मनिरपेक्ष व्यवस्था और जवाहरलाल नेहरू के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक आदर्शों को ध्यान में रखते हुए महाराजा हरि सिंह और नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख मुहम्मद अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर को भारत में मिला लिया.
उन्होंने उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के उन बयानों की पृष्ठभूमि में कहीं जिनमें वे बार-बार कहते हैं कि जवाहरलाल नेहरू के कमजोर नेतृत्व के कारण जम्मू-कश्मीर की समस्या पैदा हुई. महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि कश्मीर से देश के अन्य हिस्सों में बिजली भेजी जा रही है, लेकिन यहां के लोग सर्दियों में बिजली से वंचित हो रहे हैं. उन्होंने बिजली के फीडर और अन्य उपकरणों पर प्रतिबंध लगाने के गांदरबल जिला मजिस्ट्रेट के आदेश की आलोचना करते हुए कहा कि यह एक शर्मनाक निर्देश है जो आलोचना के काबिल से कम नहीं है.
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