कोडरमा: खेलकूद हो, फैशन या फिल्म की बात हो तो झारखंड राज्य की प्रतिभा हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है. इस बार म्यूजिक वीडियो और फिल्म के क्षेत्र में मिलने वाले सम्मानित अवार्ड झारखंड के फिल्मकार के नाम हुआ है.
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कोडरमा के प्रसिद्ध चिकित्सक और फिल्म निर्माता डॉ वीरेंद्र कुमार को राजस्थानी म्यूजिक में भोजपुरिया गाने का फ्यूजन बनाने के लिए 13वें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इस अवार्ड समारोह में उनके इस म्यूजिक वीडियो को स्पेशल फेस्टिवल मेनशन अवार्ड से नवाजा गया है.
नोएडा में आयोजित समारोह में डॉ वीरेंद्र कुमार और निर्देशक विपिन जाटे को 'बोल रे पथिकवा' और 'भोजपुरिया रंगीला राजस्थान की रंगीली' म्यूजिक वीडियो के लिए 13वें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. बोल के पथिकवा हर इंसान को होने वाले तनाव पर आधारित म्यूजिक वीडियो है जबकि भोजपुरिया रंगीला और राजस्थान की रंगीली म्यूजिक वीडियो में राजस्थानी फोक म्यूजिक पर भोजपुरिया गाने का तड़का लगाया गया है. यूट्यूब पर इन दोनों गानों को लाखों लोगो ने देखा हैं और लोग इसे काफी पसंद भी कर रहे हैं.
ये सम्मान मिलने के बाद फिल्म निर्माता डॉ वीरेंद्र कुमार और निर्देशक विपिन जाटे काफी उत्साहित हैं. डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि पहली बार राजस्थानी और भोजपुरिया का फ्यूजन म्यूजिक वीडियो लोग देख रहे हैं और पसंद कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस अवार्ड के मिलने से पहले स्क्रीनिंग के दौरान भी राजस्थानी म्यूजिक में भोजपुरिया लिरिक्स लोगों को काफी पसंद आ रहा था. वहीं निर्देशक विपिन जाटे ने बताया कि सामाजिक समस्याओं को लेकर हमारा बैनर लगातार म्यूजिक वीडियो और फिल्म निर्माण कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस सम्मान से कोडरमा के साथ साथ पूरे झारखंड का भी मान बढ़ा है.