श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती सेवा चयन बोर्ड की लिखित परीक्षा में उम्मीदवारों द्वारा अनियमितता के आरोपों के बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज इसकी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए. एलजी ने कहा कि यदि कोई धोखाधड़ी या अनियमितता साबित होती है, तो सभी योग्य उम्मीदवारों के लिए परीक्षा नए सिरे से आयोजित की जाएगी.
उधमपुर में एक समारोह को संबोधित करते हुए, एलजी सिन्हा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर पुलिस सब-इंस्पेक्टर की भर्ती प्रक्रिया में धोखाधड़ी के आरोपों की खबरें आ रही हैं. इसे ध्यान में रखते हुए, हमने कथित धोखाधड़ी की जांच करने का फैसला किया है. इसके लिए एक समिति का गठन किया गया है, जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह आर के गोयल करेंगे.
उन्होंने कहा कि जांच पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से की जाएगी. अगर कही त्रुटि पायी जाती है, तो पूरी प्रक्रिया रद्द कर दी जाएगी और पारदर्शी तरीके से नई भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी. एलजी ने आगे कहा कि वह संतुष्ट हैं कि अब तक हर भर्ती पारदर्शी तरीके से की जाती रही है और किसी भी भर्ती प्रक्रिया के खिलाफ कोई सवाल नहीं उठाया गया था. उन्होंने कहा, 'इसलिए मेरा मानना है कि एसआई परीक्षा में धोखाधड़ी के आरोपों की पारदर्शी जांच करना प्रशासन का कर्तव्य है, ताकि इस संबंध में तत्काल कार्रवाई की जा सके.'
बता दें कि जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड ने दो महीने पहले हुई एसआई भर्ती के लिए लिखित परीक्षा के परिणाम घोषित किये थे. SSB द्वारा लगभग 7200 को शारीरिक परीक्षण के लिए योग्य घोषित किया गया था. SSB ने पिछले साल कोविड-19 लॉकडाउन के कारण तीन साल की देरी के बाद SI भर्ती के लिए के 1200 पदों का विज्ञापन जारी किया था. लेकिन जम्मू और कश्मीर में सैकड़ों उम्मीदवारों ने परीक्षण की पारदर्शिता पर सवाल उठाया.
ईटीवी भारत से कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बातचीत के दौरान छात्रों का समर्थन करते हुए कहा कि एलजी को परीक्षा की जांच करनी चाहिए, क्योंकि यह जांच के दायरे में नहीं आया है. सामाजिक कार्यकर्ता हामिद राथर ने कहा कि इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, क्योंकि कथित अनियमितताएं और संदिग्ध परिणाम सामने आए हैं.