बनिहाल/ जम्मू: रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढहने से 10 मजदूरों की मौत हो गई. रामबन उपायुक्त एवं डीडीसी मस्सारतुल इस्लाम ने बताया कि सभी 10 शव बरामद हो गए हैं. दसवां शव जो मिला है वो स्थानीय लड़के का है. कानूनी औपचारिकताएं पूरी करके शव को उनके परिवार को सौंप दिया जाएगा. इससे पहले, रामबन एसएसपी मोहिता शर्मा ने कहा कि मौके से अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं, शायद एक बचा है. इन 9 मृतकों में से पांच पश्चिम बंगाल, एक असम, दो नेपाल और दो स्थानीय थे. उन्होंने कहा कि लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है.
अधिकारियों ने कहा कि खोनी नाले में सुरंग के सामने की ओर का एक छोटा हिस्सा गुरुवार रात एक ऑडिट के दौरान ढह गया. इसके तुरंत बाद पुलिस और सेना ने एक संयुक्त बचाव अभियान शुरू किया गया. अधिकारियों ने बताया कि घायल अवस्था में चार लोगों को निकाला गया.
बृहस्पतिवार को रात करीब 10 बजकर 15 मिनट पर रामबन में खूनी नाले के समीप राजमार्ग पर टी3 की सुरंग ढह गई थी. अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार शाम को भूस्खलन के दौरान रामसू पुलिस थाने के प्रभारी नईमुल हल सहित 15 बचावकर्मी बाल बाल बचे. घटना के बाद बचाव अभियान को रोक दिया गया था. पहाड़ी से पत्थर गिरने, भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण अभियान बंद रहा और इसे सुबह ही प्रारंभ किया जा सका. उन्होंने बताया कि तलाश एवं बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए मजिस्ट्रेट और अन्य जवान मौके पर मौजूद हैं.
अधिकारियों ने बताया कि सुरंग हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान पश्चिम बंगाल निवासी जादव रॉय (23), गौतम रॉय (22), दीपक रॉय (33) और परिमल रॉय (38) असम के शिवा चौहान (26), नेपाल के नवराज चौधरी (26) और कुशी राम (25) तथा जम्मू कश्मीर निवासी मुजफ्फर (38) और इसरत (30) के रूप में हुई है.
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ये सभी लोग सुरंग के निरीक्षण कार्य में लगे थे. इससे पहले जम्मू के मंडल आयुक्त रमेश कुमार और जम्मू के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह घटनास्थल पर पहुंचे. वहीं, नियंत्रण कक्ष से स्थिति की निगरानी कर रहे उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को बचाव अभियान के बारे में जानकारी दी गई. उन्हें बताया गया कि बीच-बीच में पत्थर गिरने के चलते बचाव अभियान में बाधा आ रही है.