अयोध्याः पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत रविवार की अपराह्नन राम नगरी अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर में दिल्ली स्टडी ग्रुप अध्यक्ष और पूर्व विधायक डॉ विजय जोली के नेतृत्व में दुनिया के सात महाद्वीपों के 155 देशों के पवित्र जल से राम मंदिर परिसर का जलाभिषेक किया गया.आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में 40 से अधिक देशों के प्रवासी भारतीयों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई.जय श्री राम के उद्घोष के बीच अनेक देशों से आए प्रवासी भारतीयों ने राम जन्मभूमि परिसर में पहुंचकर अपने हाथों से भगवान राम के नवनिर्मित मंदिर स्थल का जलाभिषेक किया.इस कार्यक्रम में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय समेत अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे.
पाकिस्तान, रूस और यूक्रेन से भी आया है जल
155 देशों से आए इस पवित्र जल को राम जन्मभूमि परिसर पहुंच आने से पूर्व मणिराम छावनी में विधिवत वैदिक मंत्रोचार के बीच पूजन अर्चन किया गया. इसके बाद सभी लोग जल से भरा कलश लेकर राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे.जहां पर इस जल को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों को समर्पित किया गया. इसके बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की मौजूदगी में मंदिर निर्माण स्थल पर जल से अभिषेक किया गया. इस दौरान कार्यक्रम आयोजक डॉ विजय जॉली ने बताया कि बाबर की जन्म स्थली के देश उज्बेकिस्तान के शहर की प्रसिद्ध कशक नदी के जल से भी भगवान राम के मंदिर का जलाभिषेक किया गया है.इसके अलावा रूस, यूक्रेन जैसे युद्ध ग्रस्त देशों से भी जल अयोध्या पहुंचा है.
दिल्ली स्टडी ग्रुप के अध्यक्ष डॉ विजय जौली ने बताया कि प्रभु श्रीराम में न केवल भारत अपितु विश्व भर के लोगों की आस्था और विश्वास है. इसी विश्वास के चलते भारत के अलावा 155 देशों से पवित्र जल लाकर आज भगवान राम के नवनिर्मित मंदिर का अभिषेक किया गया है. अपने आप में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम है. प्रभु श्री राम न केवल भारत बल्कि विश्व भर के लोगों के आस्था और विश्वास का केंद्र है. इस वैश्विक जल को एकत्रित करने में ढाई साल का लंबा समय लगा है और इस पूरी योजना में ना सिर्फ हिंदू बल्कि मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध, सिख, जैन पारसी समुदाय के लोगों ने भी अपना सहयोग दिया है.
कार्यक्रम में मौजूद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि भगवान राम समाज के हर वर्ग में पूजित हैं. चाहे हिंदू हो मुस्लिम हो सिख हो ईसाई हो जैन हो धर्म हो सभी धर्मों में किसी न किसी रूप में भगवान राम की पूजा की जा रही है.भगवान राम ने समाज को जोड़ने का काम किया है. आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है.इसलिए जिस प्रकार से भगवान राम ने पूरे विश्व को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया था उसी प्रकार आज उनके नवनिर्मित मंदिर का विशेष विश्व भर से एकत्र किए गए पवित्र जल से किया गया है.
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