जबलपुर। कबाड़ के जुगाड़ से संस्कारधानी में अद्भुत कलाकृतियां बनाई जा रही हैं. इन कलाकृतियों में सुंदरता और देश के प्रति प्रेम दिखाने की कोशिश की जा रही है. सभी कलाकृतियां ऐसी चीजों से बनाई गई हैं जो घर के किसी कोने में पड़ी होती हैं. इसकी वजह से घर का वो कोना बदसूरत हो जाता है. इन कबाड़ की चीजों को इस तरह संयोजित किया गया कि, इनमें गहन कला नजर आने लगी.
भारतीय सेना के शक्तिशाली हथियार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के थ्री आर थीम को ध्यान में रखते हुए लोहे के सड़े गले और जंग लगी कबाड़ की सामग्री से देश की ताकत को प्रदर्शित करने की कोशिश की जा रही है. बंगाल और झारखंड के कलाकारों ने कबाड़ से कमाल की तर्ज पर आकर्षक कलाकृतियां बनाई है. जबलपुर नगर निगम के वर्कशॉप में कलाकारों की टीम भारतीय सेना के शक्तिशाली हथियार वॉर टैंक, हेलीकॉप्टर ब्रह्मोस, मिसाइल फाइटर जेट, स्वच्छता वारियर की कलाकृतियों को आखिरी रूप देने में जुटी हुई है.
कबाड़ से कलाकृति: झारखंड से जबलपुर पहुंचे कलाकार अलख खरे ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि इस बार आजादी के अमृत महोत्सव 26 जनवरी के लिए आधारित थीम लेते हुए भारतीय सेना के पास जितने भी बेपन मिसाइल, तोप, टैंक हेलीकॉप्टर है. इसके साथ ही जितने भी हथियार सेना यूज करती है. उन सबको कबाड़ की वस्तुओं से कलाकृतियां बनाई जा रही है. विगत 15 दिनों से लगातार बनाई जा रही कलाकृतियों को बनाने के लिए लोकल जबलपुर के बिल्डर और उमरिया जिले के आदिवासी के साथ झारखंड से आए कलाकार इन कलाकृतियों को बना रहे हैं.
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राष्ट्रीयता जगाने का प्रयास: इसके साथ ही इनका कला कृतियों का मुख्य उद्देश्य है कि, लोगों का इसके प्रति आकर्षण एवं सेना के प्रति और देश की रक्षा और राष्ट्र की भावना जागे. आजादी के अमृत महोत्सव को देखते हुए डिफेंस की थीम पर सेना के शौर्य साहस और वीरता को दिखाने के लिए ये कलाकृतियां बनवाई जा रही है.