जबलपुर : मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के रहने वाले संकल्प सिंह परिहार का आम का बगान है, उनके इस बगीचे में आम की करीब 24 प्रजातियां हैं. बागन में 'मियाजाकी आम' (Miyazaki Mango) सबसे ज्यादा खास है, जिसकी कीमत लाखों में है. बीते साल इस 'मियाजाकी आम' की चर्चा सिर्फ मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में रही क्योंकि इसकी कीमत इंटरनेशनल मार्किट में करीब एक से ढाई लाख रुपये थी. इस वर्ष भी संकल्प सिंह के बागान में 'मियाजाकी आम' की अच्छी फसल हुई है. बीते साल की अपेक्षा इस वर्ष 'मियाजाकी आम' की संख्या और अधिक है. हालांकि अभी लखटकिया आम छोटे हैं, जिसके बड़े होने के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा.
आखिर क्यों खास है 'मियाजाकी आम': वैसे तो पूरी दुनिया में आम की 3000 से भी अधिक प्रजातियां हैं जिसमें कई आम बहुत ही खास होते हैं, पर इन खास में से सबसे खास होता है 'मियाजाकी आम'. यह आम इसलिए भी खास है क्योंकि आम की कीमत लाखों में होती है. जबलपुर के संकल्प सिंह परिहार का बगीचा नांनाखेड़ा गांव में है, जहां उनके बगान की रौनक बढ़ा रहा है जापान का 'मियाजाकी आम'.
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संकल्प सिंह ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि इस आम की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत एक लाख रुपये से लेकर ढाई लाख रुपये तक है. बीते साल उनके बगान में 'मियाजाकी आम' के करीब 10 से 12 फल आए थे, हालांकि इस वर्ष उनकी संख्या पिछले साल से अधिक है. संकल्प सिंह के बागान में 'मियाजाकी आम' के तीन पौधे हैं, इस साल फलों की संख्या में इजाफा हुआ है, लिहाजा सुरक्षा व्यवस्था 'मियाजाकी' की और अधिक कर दी है.
ऐसे हो रही 'मियाजाकी' की सुरक्षा: इस साल 'मियाजाकी' की सुरक्षा में 9 नहीं 12 डॉग लगे हैं. इसके अलावा 2 मजदूर भी हैं जो कि 24 घंटे मियाजाकी आम की सुरक्षा में तैनात रहते हैं. इतना ही नहीं सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, जिनके जरिए भी निगरानी की जाती है. संकल्प सिंह ने लखटकिया आम की सुरक्षा के लिए विदेशी और खतरनाक डॉग पाल रखे हैं जो कि 'मियाजाकी' के पास आने वालों के लिए यमराज से कम नहीं हैं.
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सेल्फी लीजिए पर छुए नहीं: संकल्प सिंह परिहार ने बताया कि इस आम के फल उनके लिए बच्चों के समान हैं. यही वजह है कि उन्होंने बागान में आने वाले लोगों से अपील की है कि वह 'मियाजाकी आम' को देखें और उसके साथ सेल्फी भी लें, लेकिन इसे छुए नहीं. उनका कहना है कि यह आम बहुत ही नाजुक होता है और जरा सा धक्का लगने से ही टूट जाता है. लिहाजा संकल्प सिंह ने लोगों से निवेदन किया है कि इसे टच न करें.
ऐसा होता है 'मियाजाकी आम': 'मियाजाकी आम' का वजन अधिकतम 900 ग्राम तक होता है. पकने पर यह हल्का लाल और पीला हो जाता है. इसकी खास बात यह है कि इसमें रेशे नहीं पाए जाते हैं और खाने में यह बहुत मीठा होता है. जापान में इस आम को संरक्षित वातावरण में पैदा किया जाता है. जापान मीडिया के मुताबिक 'मियाजाकी आम' दुनिया का सबसे महंगी प्रजाति का माना जाता है. बीते वर्ष अंतरराष्ट्रीय बाजार में मियाजाकी की कीमत ढाई लाख रुपये तक पहुंच गई थी.