ETV Bharat / bharat

माइक्रोसॉफ्ट के आने के बाद ही हैदराबाद में आईटी क्रांति को मिली गति: चंद्रबाबू नायडू

author img

By

Published : Dec 16, 2022, 9:36 PM IST

तेलंगाना के हैदराबाद में आईसीबी के समापन के मौके पर टीडीपी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आईसीबी को हैदराबाद में लाने के अनुभवों को साझा किया.

Chandrababu Naidu
चंद्रबाबू नायडू

हैदराबाद: आईएसबी हैदराबाद के समापन कार्यक्रम में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने हैदराबाद में आईएसबी स्थापित करने के अपने प्रयासों के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने हैदराबाद में आईटी क्षेत्र के विकास के लिए कड़ी मेहनत की जब वह मुख्यमंत्री थे. मलेशिया के पूर्व पीएम महातिर मोहम्मद ने विजन 2020 के बारे में कहा. विजन 2020 उन्हीं की सलाह पर तैयार किया गया.

जब इसे विजन 2020 कहा जाता था तो कुछ ने इसे 420 कहकर इसका मजाक उड़ाया था. आज वह सपना सच हो गया है. विजन 2020 के साथ शुरू हुआ सिस्टम अब उज्ज्वल है. आईएसबी 11 साल पहले लगाए गए पेड़ की तरह बड़ा हो गया है. 20 साल पहले यहां सिर्फ एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी थी. उन्होंने बताया कि वे अमेरिका गए और कई शीर्ष आईटी कंपनियों के सीईओ से मिले. उस समय हम माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख बिल गेट्स से 10 मिनट लेने में कामयाब रहे.

नायडू ने कहा कि हमने 10 मिनट का समय मांगा और उन्हें 45 मिनट के लिए समझाया. भारतीय स्वाभाविक रूप से गणित में प्रतिभाशाली होते हैं. गणित और अंग्रेजी को जोड़ दिया जाए तो सूचना प्रौद्योगिकी बन जाती है. हमने यही बात बिल गेट्स को बताई. उस समय यह विचार था कि यदि माइक्रोसॉफ्ट हमारा एक आइडिया लेता है, तो कई कंपनियां इसका अनुसरण करेंगी. चेन्नई, मुंबई और बैंगलोर जैसे शहरों में जाने के बाद उन्होंने हैदराबाद को चुना.

हमने कहा है कि हम अन्य राज्यों द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी से अधिक देंगे. इस कड़ी मेहनत के बाद हैदराबाद में आईएसबी स्थापित करने का सपना साकार हुआ. हम सभी उद्योगपतियों को संतुष्ट करने के लिए यहां आईएसबी लाए. माइक्रोसॉफ्ट के आने के बाद हैदराबाद में आईटी क्रांति को गति मिली. अब कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठन हमारे इस वित्तीय जिले में स्थित हैं. 20 साल पहले के हैदराबाद और आज के हैदराबाद से तुलना करें तो यहां एक अकल्पनीय बदलाव हुआ है.

नायडू ने कहा कि हैदराबाद ने आईटी और बायोटेक क्षेत्रों में काफी प्रगति की है. जीनोम वैली ने बायो-टेक्नोलॉजी में एक नई क्रांति पैदा की है. मैं इस सिद्धांत में विश्वास करता था कि शिष्टाचार का आदान-प्रदान होने पर ही काम होता है. हैदराबाद से मनिहाराम तक 162 किमी की ओआरआर (आउटर रिंग रोड) बनाई गई है. ओआरआर के बगल में लगाई गई हरियाली ने हैदराबाद को ग्रीन सिटी पुरस्कार अर्जित करने में मदद की है.

पढ़ें: शीतकालीन अवकाश के दौरान न्यायालय की कोई पीठ उपलब्ध नहीं होगी : प्रधान न्यायाधीश

नायडू ने आगे कहा कि अब मैं जो प्रस्तावित कर रहा हूं वह जनसांख्यिकीय लाभ है. यूरोप और जापान जैसे देश बूढ़े हो रहे हैं. भारत के पास अब जो लाभ है, वह उसके युवा हैं. उन्हें अवसरों में बदलो. तेलुगू देश में उच्चतम प्रति व्यक्ति आय वाले अधिकांश लोग हैं. 2047 तक, भारतीय उच्च प्रति व्यक्ति आय वाले बन जाएंगे. 2047 तक, भारत की अर्थव्यवस्था पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आ जाएगी. आजादी की शताब्दी तक भारत एक महाशक्ति के रूप में उभरेगा. चंद्रबाबू ने कहा कि जब लोग आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण हासिल करेंगे तभी देश आगे बढ़ेगा.

हैदराबाद: आईएसबी हैदराबाद के समापन कार्यक्रम में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने हैदराबाद में आईएसबी स्थापित करने के अपने प्रयासों के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने हैदराबाद में आईटी क्षेत्र के विकास के लिए कड़ी मेहनत की जब वह मुख्यमंत्री थे. मलेशिया के पूर्व पीएम महातिर मोहम्मद ने विजन 2020 के बारे में कहा. विजन 2020 उन्हीं की सलाह पर तैयार किया गया.

जब इसे विजन 2020 कहा जाता था तो कुछ ने इसे 420 कहकर इसका मजाक उड़ाया था. आज वह सपना सच हो गया है. विजन 2020 के साथ शुरू हुआ सिस्टम अब उज्ज्वल है. आईएसबी 11 साल पहले लगाए गए पेड़ की तरह बड़ा हो गया है. 20 साल पहले यहां सिर्फ एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी थी. उन्होंने बताया कि वे अमेरिका गए और कई शीर्ष आईटी कंपनियों के सीईओ से मिले. उस समय हम माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख बिल गेट्स से 10 मिनट लेने में कामयाब रहे.

नायडू ने कहा कि हमने 10 मिनट का समय मांगा और उन्हें 45 मिनट के लिए समझाया. भारतीय स्वाभाविक रूप से गणित में प्रतिभाशाली होते हैं. गणित और अंग्रेजी को जोड़ दिया जाए तो सूचना प्रौद्योगिकी बन जाती है. हमने यही बात बिल गेट्स को बताई. उस समय यह विचार था कि यदि माइक्रोसॉफ्ट हमारा एक आइडिया लेता है, तो कई कंपनियां इसका अनुसरण करेंगी. चेन्नई, मुंबई और बैंगलोर जैसे शहरों में जाने के बाद उन्होंने हैदराबाद को चुना.

हमने कहा है कि हम अन्य राज्यों द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी से अधिक देंगे. इस कड़ी मेहनत के बाद हैदराबाद में आईएसबी स्थापित करने का सपना साकार हुआ. हम सभी उद्योगपतियों को संतुष्ट करने के लिए यहां आईएसबी लाए. माइक्रोसॉफ्ट के आने के बाद हैदराबाद में आईटी क्रांति को गति मिली. अब कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठन हमारे इस वित्तीय जिले में स्थित हैं. 20 साल पहले के हैदराबाद और आज के हैदराबाद से तुलना करें तो यहां एक अकल्पनीय बदलाव हुआ है.

नायडू ने कहा कि हैदराबाद ने आईटी और बायोटेक क्षेत्रों में काफी प्रगति की है. जीनोम वैली ने बायो-टेक्नोलॉजी में एक नई क्रांति पैदा की है. मैं इस सिद्धांत में विश्वास करता था कि शिष्टाचार का आदान-प्रदान होने पर ही काम होता है. हैदराबाद से मनिहाराम तक 162 किमी की ओआरआर (आउटर रिंग रोड) बनाई गई है. ओआरआर के बगल में लगाई गई हरियाली ने हैदराबाद को ग्रीन सिटी पुरस्कार अर्जित करने में मदद की है.

पढ़ें: शीतकालीन अवकाश के दौरान न्यायालय की कोई पीठ उपलब्ध नहीं होगी : प्रधान न्यायाधीश

नायडू ने आगे कहा कि अब मैं जो प्रस्तावित कर रहा हूं वह जनसांख्यिकीय लाभ है. यूरोप और जापान जैसे देश बूढ़े हो रहे हैं. भारत के पास अब जो लाभ है, वह उसके युवा हैं. उन्हें अवसरों में बदलो. तेलुगू देश में उच्चतम प्रति व्यक्ति आय वाले अधिकांश लोग हैं. 2047 तक, भारतीय उच्च प्रति व्यक्ति आय वाले बन जाएंगे. 2047 तक, भारत की अर्थव्यवस्था पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आ जाएगी. आजादी की शताब्दी तक भारत एक महाशक्ति के रूप में उभरेगा. चंद्रबाबू ने कहा कि जब लोग आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण हासिल करेंगे तभी देश आगे बढ़ेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.