तिरुवन्नामलाई: तमिलनाडु के लोक निर्माण विभाग के मंत्री ई.वी. वेलु की सभी संपत्तियों पर 5 दिनों तक आयकर अधिकारियों ने छापेमारी की. यह कार्रवाई 3 नवंबर से शुरू की गई. उनके चेन्नई, विल्लुपुरम और तिरुवन्नामलाई स्थित घर और अन्य संपत्तियों की तलाशी ली गई. ई.वी.वेलु की पत्नी और उनके बेटे कंबन के घर पर भी तलाशी ली गई.
बताया गया कि टैक्स चोरी और आय से अधिक संपत्ति की शिकायत के आधार पर यह छापेमारी की गई. पिछले शुक्रवार से 5 दिनों तक चली आईटी की छापेमारी कल रात रात 9 बजे पूरी हुई. इसके बाद आयकर अधिकारी उस जगह से चले गए जहां छापेमारी की गई थी. इसके बाद मंत्री ई.वी. वेलु ने मीडिया से कहा, 'पिछले पांच दिनों से छापेमारी की गई. इसके जरिए वे सोशल मीडिया पर मेरे खिलाफ गलत विचार फैलाया गया.'
इस छापेमारी में आईटी विभाग के अधिकारियों ने मेरे घर, मेरी पत्नी के घर, मेरे बेटे के घर और कॉलेज संस्थानों से एक पैसा भी जब्त नहीं किया. उन्होंने कहा, 'मेरे बेटों का कॉलेज संस्थानों से कोई लेना-देना नहीं है. आयकर विभाग ने जांच के नाम पर पिछले पांच दिनों से मुझे पार्टी (डीएमके) का काम और सरकारी काम करने से रोका. आईटी अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान कुछ भी जब्त नहीं किया.
मंत्री ने अपनी संपत्ति का विवरण दिया. उन्होंने कहा कि उनके पास तिरुवन्नामलाई जिले में 48.33 सेंट जमीन है और उन्होंने इसे अस्पताल बनाने के लिए 33 साल के लिए पट्टे पर दिया है. इसके अलावा मंत्री के पास चेन्नई में भी एक घर है. इसके अलावा, 'मेरे पास किसी भी तरह की कोई संपत्ति नहीं है. मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि विशेष रूप से आईटी और ईडी (प्रवर्तन विभाग) भाजपा की टीमें हैं.
जैसा कि मंत्री उदयनिधि स्टालिन कहते हैं. आगामी संसदीय चुनाव में खुद को रोकने के लिए आयकर विभाग फिलहाल जांच कर रहा है. पिछले अन्नाद्रमुक शासन के दौरान 11 लाख रुपये एकत्रित करने के कथित मामले में मुझे जिला न्यायालय, मद्रास उच्च न्यायालय और भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्दोष साबित किया गया है.
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मंत्री ई.वी. वेलु ने कहा कि भाजपा सरकार आईटी जांच और अन्य जांचों के नाम पर डीएमके के लिए खतरे के रूप में काम कर रही है. केंद्र की बीजेपी सरकार इस तरह की छापेमारी से डीएमके और डीएमके के मंत्रियों को हिला भी नहीं सकती. पहले जब वाजपेयी और मनमोहन सिंह भारत के प्रधान मंत्री थे, तब ऐसी छापेमारी नहीं हुई थी. लेकिन मौजूदा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार विपक्षी दलों को धमकी दे रही है.