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आवश्यक सावधानी बरतते हुए स्कूलों को खोलना, हालात सामान्य बनाना तर्कसंगत: सरकार

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (The Union Ministry of Health and Family Welfare) ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि इस साल अब तक भारत में कोविड-19 (Deaths Due To Covid19) से जितनी मौतें हुई हैं उनमें से 92 प्रतिशत लोगों ने टीके की खुराक नहीं ली थी. साथ ही, कहा कि टीके की बदौलत देश संक्रमण के कम मामलों के चरण में हैं तथा अब सावधानी बरतते हुए स्कूल, कॉलेज, आर्थिक गतिविधियों को खोलना और हालात सामान्य बनाना 'तर्कसंगत' है.

The Union Ministry of Health and Family Welfare
लव अग्रवाल
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Published : Mar 3, 2022, 8:15 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (The Union Ministry of Health and Family Welfare) ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि कोरोना को ध्यान में रखते हुए उन भारतीय छात्रों को आवश्यक सहायता प्रदान करेगा जो रूस से यूक्रेन (Ukraine Crisis) से लौटे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि हम विदेश मंत्रालय के साथ लगातार संपर्क में थे और यूक्रेन की स्थिति को देखते हुए हमने यूक्रेन और पड़ोसी राज्यों से आने वाले लोगों के लिए अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों में ढील दी है.

  • #LargestVaccineDrive
    देश में कुल 178.02 करोड़ से अधिक डोज लग गई हैं।
    18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में:
    पहली डोज - 97%
    दूसरी डोज - 82%
    प्रीकॉशन डोज - 2.03 करोड़

    वहीं, 15-18 वर्ष आयु वर्ग में:
    पहली डोज - 74%
    दूसरी डोज - 39%

    -श्री @lavagarwal, संयुक्त सचिव, @MoHFW_INDIA@PMOIndia pic.twitter.com/KmkDVRxRL5

    — Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) March 3, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
स्वास्थ्य मंत्रालय (MoHFW) ने गुरुवार को कहा कि इस साल अब तक भारत में कोविड-19 (Deaths Due To Covid19) से जितनी मौतें हुई हैं उनमें से 92 प्रतिशत लोगों ने टीके की खुराक नहीं ली थी. साथ ही, कहा कि टीके की बदौलत देश संक्रमण के कम मामलों के चरण में हैं तथा अब सावधानी बरतते हुए स्कूल, कॉलेज, आर्थिक गतिविधियों को खोलना और हालात सामान्य बनाना 'तर्कसंगत' है. स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि देश में 15-18 वर्ष आयु वर्ग के 74 प्रतिशत किशोरों को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक (Partially Vaccinated to Covid19) दी जा चुकी है. जबकि 39 प्रतिशत को दोनों खुराक (Fully Vaccinated To Covid19 ) दी गई है.

पढ़ें: Corona Fourth Wave: भारत में जून तक आएगी चौथी लहर, जानें पीक का टाइम

उन्होंने कहा कि टीके के विकास, तेजी से इस पर कार्य, स्वीकृति, व्यापक कवरेज के कारण कोविड-19 से होने वाली मौतों की संख्या काफी कम देखी गई. अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक मृत्यु दर को रोकने में 98.9 प्रतिशत प्रभावी है, जबकि दोनों खुराक 99.3 प्रतिशत प्रभावी हैं. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के प्रयासों के साथ टीकाकरण कवरेज ने हाल में कोविड-19 की वृद्धि को प्रभावी ढंग से रोकने में मदद की.
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा कि हम टीके की बदौलत कोरोना वायरस संक्रमण के कम मामलों के चरण में हैं. स्कूल, कॉलेज, रिसॉर्ट, आर्थिक गतिविधियों को खोलना और हालात सामान्य बनाना तर्कसंगत है. लेकिन हमें सतर्कता और सावधानी बनाए रखनी चाहिए. अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान में देश के 29 जिलों में कोविड-19 संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक है, वहीं 34 जिलों में 5-10 प्रतिशत के बीच संक्रमण दर है. उन्होंने कहा कि दूसरे देशों में कोविड के गंभीर असर की तुलना में, सरकार के साथ, समूचे समाज के प्रयासों के कारण भारत कोविड-19 के संभावित विनाशकारी संकट को टालने में सक्षम हो पाया.

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (The Union Ministry of Health and Family Welfare) ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि कोरोना को ध्यान में रखते हुए उन भारतीय छात्रों को आवश्यक सहायता प्रदान करेगा जो रूस से यूक्रेन (Ukraine Crisis) से लौटे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि हम विदेश मंत्रालय के साथ लगातार संपर्क में थे और यूक्रेन की स्थिति को देखते हुए हमने यूक्रेन और पड़ोसी राज्यों से आने वाले लोगों के लिए अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों में ढील दी है.

  • #LargestVaccineDrive
    देश में कुल 178.02 करोड़ से अधिक डोज लग गई हैं।
    18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में:
    पहली डोज - 97%
    दूसरी डोज - 82%
    प्रीकॉशन डोज - 2.03 करोड़

    वहीं, 15-18 वर्ष आयु वर्ग में:
    पहली डोज - 74%
    दूसरी डोज - 39%

    -श्री @lavagarwal, संयुक्त सचिव, @MoHFW_INDIA@PMOIndia pic.twitter.com/KmkDVRxRL5

    — Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) March 3, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
स्वास्थ्य मंत्रालय (MoHFW) ने गुरुवार को कहा कि इस साल अब तक भारत में कोविड-19 (Deaths Due To Covid19) से जितनी मौतें हुई हैं उनमें से 92 प्रतिशत लोगों ने टीके की खुराक नहीं ली थी. साथ ही, कहा कि टीके की बदौलत देश संक्रमण के कम मामलों के चरण में हैं तथा अब सावधानी बरतते हुए स्कूल, कॉलेज, आर्थिक गतिविधियों को खोलना और हालात सामान्य बनाना 'तर्कसंगत' है. स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि देश में 15-18 वर्ष आयु वर्ग के 74 प्रतिशत किशोरों को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक (Partially Vaccinated to Covid19) दी जा चुकी है. जबकि 39 प्रतिशत को दोनों खुराक (Fully Vaccinated To Covid19 ) दी गई है.

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उन्होंने कहा कि टीके के विकास, तेजी से इस पर कार्य, स्वीकृति, व्यापक कवरेज के कारण कोविड-19 से होने वाली मौतों की संख्या काफी कम देखी गई. अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक मृत्यु दर को रोकने में 98.9 प्रतिशत प्रभावी है, जबकि दोनों खुराक 99.3 प्रतिशत प्रभावी हैं. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के प्रयासों के साथ टीकाकरण कवरेज ने हाल में कोविड-19 की वृद्धि को प्रभावी ढंग से रोकने में मदद की.
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा कि हम टीके की बदौलत कोरोना वायरस संक्रमण के कम मामलों के चरण में हैं. स्कूल, कॉलेज, रिसॉर्ट, आर्थिक गतिविधियों को खोलना और हालात सामान्य बनाना तर्कसंगत है. लेकिन हमें सतर्कता और सावधानी बनाए रखनी चाहिए. अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान में देश के 29 जिलों में कोविड-19 संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक है, वहीं 34 जिलों में 5-10 प्रतिशत के बीच संक्रमण दर है. उन्होंने कहा कि दूसरे देशों में कोविड के गंभीर असर की तुलना में, सरकार के साथ, समूचे समाज के प्रयासों के कारण भारत कोविड-19 के संभावित विनाशकारी संकट को टालने में सक्षम हो पाया.

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