नई दिल्ली : पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. ऑक्सीजन की किल्लत के कारण मरीजों की सांसे उखड़ रही हैं. ऐसे में इसरों भी आगे आकर विभिन्न राज्यों को तरल ऑक्सीजन की सप्लाई करने में जुट गया है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) कोरोना रोगियों को ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहा है. बता दें कि अब इसरो गुजरात और केरल को मेडिकल ऑक्सीजन की मदद पहुंचा रहा है.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) आंध्र प्रदेश में मेडिकल ऑक्सीजन की मदद पहुंचा रहा है. इसरो नेल्लोर (Nellore) जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई कर रहा है. वहीं, इसरो कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के तहत देश भर में अपने केंद्रों से भी इस प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहा है. जीएसएलवी रॉकेट प्रक्षेपण में क्रायोजेनिक इंजन के लिए ऑक्सीडाइज़र के रूप में तरल ऑक्सीजन (LAX) का उपयोग किया जाता है.
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बता दें कि नेल्लोर जीजीएच में भंडारण क्षमता 24 किलोलीटर है और नारायण कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन भंडारण क्षमता 17 किलोलीटर है. इन्हें बढ़ाकर 13 किलोलीटर किया जाएगा. वर्तमान में इसे विशाखापट्टनम स्टील प्लांट, चेन्नई के आईनॉक्स और लिंडा से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाती है.
इसरो ने गुजरात में अहमदाबाद के पास अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए स्पेस एप्लीकेशन सेंटर में लगभग 1.65 लाख लीटर तरल नाइट्रोजन टैंक को तरल ऑक्सीजन टैंक में परिवर्तित किया है. केरल के तुम्बा में विक्रम साराबॉय स्पेस सेंटर 24 अप्रैल से केरल और तमिलनाडु की सरकारों को 150 टन तरल ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहा है.