सूरत : रेलवे के सूरत कोच डिपो ने महाराष्ट्र के नंदुरबार स्टेशन पर 20 कोचों के साथ एक आइसोलेशन ट्रेन स्थापित की है. एक रैक 400 बेड ऑक्सीजन से लैस है. गर्मी से बचाने के लिए हर कोच में कूलर लगाए गए हैं.
दरअसल महाराष्ट्र के सीमावर्ती नंदुरबार, धूलिया और जलगांव के 1,500 से अधिक लोग सूरत में अपना इलाज करा रहे हैं. इसके पीछे मुख्य कारण इन तीन जिलों में कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या और वहां इलाज के लिए बेड की भारी कमी है. लोग इलाज कराने के लिए मजबूरी में सूरत आ रहे थे और इस बीच सूरत में कोरोना के मामले भी बढ़ रहे थे. यहां बिस्तरों की कमी थी. इसी के मद्देनजर रेल मंत्रालय ने यह महाराष्ट्र के नंदुरबार स्टेशन पर सुविधा उपलब्ध कराई है.
नंदुरबार रेलवे स्टेशन पर स्थापित इस विशेष ट्रेन में नंदुरबार जिले सहित तापी ऊंचाल और निज़ार तालुका के रोगियों का इलाज किया जा रहा है. इस ट्रेन में कुल 400 से अधिक रोगियों के इलाज की क्षमता है. डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्य कार्यकर्ता नियुक्त किए गए हैं. रेलवे विभाग और नंदुरबार स्वास्थ्य विभाग की टीम विशेष ध्यान दे रही हैं.
नंदुरबार जिले में कोरोना से 470 मरीजों की मौत हुई है. एक दिन में नंदुरबार जिले में कुल 700 से 800 मरीज कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं. नंदुरबार में सरकारी अस्पताल के बिस्तर भरे हुए हैं.
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नंदुरबार रेलवे स्टेशन के ऊपर कोरोना एक्सप्रेस से आने वाले प्लेटफार्म नंबर 3 को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है.
सांसद डॉ. हिना गावित ने बताया कि हमारी विशेष मांग पर केंद्रीय रेल मंत्रालय ने कोरोना रोगियों के लिए एक विशेष ट्रेन नंदुरबार भेजी है. अगर मरीजों की संख्या बढ़ती है तो इस ट्रेन में लगभग 600 मरीजों का इलाज किया जा सकता है.