नई दिल्ली : इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पार्टी के वरिष्ठ नेता केएन त्रिपाठी ने वैक्सीन उत्पादन के संदर्भ में केंद्र सरकार पर कमीशन लेने का आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि इतनी धीमे वैक्सीनेशन और इसके उत्पादन के लिए केवल दो कंपनियों को ही ठेका देना संदेह उत्पन्न करता है, क्योंकि केंद्र सरकार के पास वैक्सीन उत्पादन में तेजी लाने के दूसरे विकल्प मौजूद हैं लेकिन सरकार बार-बार विपक्ष के आग्रह करने के बावजूद उसपर अमल नहीं कर रही.
उन्होंने कहा कि जिस धीमी गति से वैक्सीनेशन का काम चल रहा है उससे पूरे देश को टीका लगाने में कई साल लग जाएंगे और लाखों लोगों की जानें चली जाएंगी. ऐसे में वैक्सीन उत्पादन में तेजी ही एक मात्र उपाय है. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मार्च में ही केंद्र सरकार को इस संदर्भ में सलाह दी थी कि वैक्सीन उत्पादन में विदेशी कंपनियों को भी सरकार शामिल करे, लेकिन सरकार ने उनकी ये सलाह मनाने के बजाय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से उनके इस सलाह का माखौल उड़वाया जिसका नतीजा है कि पिछले तीन महीनों में कई लोगों की मौत हो गई.
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इंटक नेता ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष व सरकार में शामिल लोगों के बार-बार कहने के बावजूद भी दूसरे कंपनियों को वैक्सीन उत्पादन के ठेके न देना और देश की इतनी बड़ी आबादी के वैक्सीनेशन के लिए केवल 2 कंपनियों भारत बायोटेक व सीरम इंस्टीट्यूट से ही टीके खरीदना देश के आम आदमी के दिमाग में भी यह संदेह पैदा करता है कि सरकार का इन दोनों कंपनियों से अंडर द टेबल सौदा है और सरकार विदेशी या अन्य देशी कंपनियों को इसमें शामिल नहीं करना चाहती.
उन्होंने सरकार से एक बार पुनः आग्रह किया कि केंद्र सरकार को बिना समय गंवाए दूसरी कंपनियों को भी वैक्सीन उत्पादन में शामिल करे व जरूरत पड़ने पर विदेशी कंपनियों से भी वैक्सीन की खरीद करे ताकि राज्यों को टीके की किल्लत न हो व समय से लोगों का वैक्सीनेशन हो सके.