नई दिल्ली : कोविड-19 के नए स्वरूप 'ओमीक्रोन' से खतरे की आशंका के बीच संसद की लोक लेखा समिति (PAC) के शताब्दी वर्ष समारोह में अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि शिरकत नहीं करेंगे. पीएसी के प्रमुख और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
यह दो दिवसीय शताब्दी वर्ष समारोह चार दिसंबर (शनिवार) से संसद के केंद्रीय कक्ष में आयोजित होने जा रहा है.
चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, '52 देशों के प्रतिनिधियों को इस समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के कारण इनमें से कोई शामिल नहीं हो रहा है.'
यह पूछे जाने पर कि क्या इस समारोह के लिए पाकिस्तान को भी आमंत्रित किया गया था तो चौधरी ने कहा कि उसे भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन उसकी ओर से कोई उत्तर नहीं आया. उन्होंने बताया कि सारे निमंत्रण विदेश मंत्रालय के जरिए भेजे गए थे.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को लोक लेखा समिति के शताब्दी वर्ष समारोह का उद्घाटन करेंगे. इसमें राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और चौधरी शामिल होंगे.
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चौधरी ने बताया कि भारत के राष्ट्रपति भारत की संसद की लोक लेखा समिति के शताब्दी स्मृति चिन्ह का विमोचन करेंगे. उद्घाटन सत्र के दौरान राष्ट्रपति समिति की एक शताब्दी की यात्रा को दर्शाने वाली प्रदर्शनी का उद्घाटन भी करेंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि समारोह के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय मंत्री, संसद सदस्य, भारत के विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारी और अन्य विशिष्टजन भी शामिल होंगे.
(पीटीआई-भाषा)