नई दिल्ली: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने लेयर शॉट (Layer'r Shot) डिओडरेंट के विवादास्पद विज्ञापन को निलंबित करने का आदेश दिया है. इसे विज्ञापन कोड के खिलाफ बताया गया था. भारतीय विज्ञापन मानक परिषद ने विवादास्पद विज्ञापन के संबंध में कहा है कि यह विज्ञापन उनके कोड का गंभीर उल्लंघन है और सार्वजनिक हित के खिलाफ है. लेयर शॉट के विज्ञापन पर रेप कल्चर को बढ़ावा देने का आरोप है, जिसके चलते सोशल मीडिया पर लोगों ने कंपनी को जमकर फटकार लगाई है.
इस विज्ञापन को लेकर ट्विटर पर कई उपयोगकर्ताओं द्वारा एएससीआई (ASCI) को टैग करने के बाद संगठन ने यूजर्स को धन्यवाद देते हुए कहा कि विज्ञापन एएससीआई कोड का गंभीर उल्लंघन है और सार्वजनिक हित के खिलाफ है. हमने तत्काल कार्रवाई की है और विज्ञापनदाता को विज्ञापन को निलंबित करने के लिए सूचित किया है, और इस मामले की जांच लंबित है.
लेयर शॉट के दो ऐड के खिलाफ सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा देखने को मिल रहा है. पहले विवादस्पद विज्ञापन में एक स्टोर में चार लड़के डिओडरेंट की आखिरी बची बोतल को देखते हुए बातचीत करते हुए नजर आते हैं, जिसमें से एक लड़का कहता है- हम तो चार हैं और सिर्फ एक तो 'शॉट' कौन लेगा. लेकिन विज्ञापन में डिओडरेंट की जगह एक महिला को दिखाया जाता है. लेकिन बाद में लड़की समझती है कि वे उसके बारे में नहीं बल्कि डिओडरेंट की बोतल के बारे में बात कर रहे हैं.
वहीं, दूसरे विज्ञापन में चार लड़के अचानक से एक बेडरूम में घुसते जहां एक युवक और युवती बैठे होते हैं. वे उससे बेहद भद्दा सवाल पूछते हुए कहते हैं कि शॉट मारा, अब हमारी बारी. इसके बाद लड़का डिओडरेंट की बोतल इस्तेमाल करते हुए दिखाई देता है.
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दोनों ही विज्ञापन पर लोग अपने अपने तरह से गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं. ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा कि ऐसे ही ऐड सामूहिक बलात्कार को बढ़ावा दे रहे हैं. वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, सामूहिक बलात्कार को बढ़ावा देने वाले विज्ञापन के प्रसारण की अनुमति कैसे दी गई. लोगों ने कहा कि इस विज्ञापन का प्रसारण तुरंत ही रोका जाना चाहिए. वहीं लोगों में कंपनी के लिए भी काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है.