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इंदौर मंदिर हादसे में 36 की मौत: CM शिवराज के सामने लगे सरकार विरोधी नारे, मजिस्ट्रियल जांच के आदेश

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Published : Mar 31, 2023, 7:13 AM IST

Updated : Mar 31, 2023, 1:44 PM IST

रामनवमी पर गुरुवार को इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुए भीषण हादसे में 36 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. देर रात आर्मी ने रेस्क्यू की कमान संभाली, जहां बावड़ी से निकाली गई बॉडी की संख्या 18 से बढ़कर अब 36 हो गई है. फिलहाल मामले पर सीएम शिवराज ने पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की और बाद में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए, वहीं गुस्साए परिजनों ने सीएम के सामने ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इसके बाद 2 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

Indore temple mishap 36 deaths confirmed
इंदौर मंदिर हादसे में अब तक 36 मौतों की पुष्टि
इंदौर मंदिर हादसे में अब तक 35 मौतों की पुष्टि

इंदौर। बेलेश्वर महादेव मंदिर में हुए भयानक हादसे ने मध्यप्रदेश सहित पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. मंदिर की बावड़ी से लगातार डेडबॉडी निकाली गई हैं. गुरुवार देर रात 11 बजे आर्मी ने मोर्चा संभाला, जो शुक्रवार दोपहर 1 बजे तक शवों को बावड़ी से निकालने में जुटे रहे. बावड़ी काफी गहरी होने के कारण रेस्क्यू में परेशानियों को सामना टीमों को करना पड़ रहा है. इंदौर के संभायुक्त ने इस हादसे में अब तक 36 मौतों की पुष्टि प्रारंभिक तौर पर कर दी है. फिलहाल अब आज मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर पहुंचकर घायलों का हाल-चाल जाना और उनके परिजनों से मुलाकात की. वहीं मामले में 2 लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है.

  • यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।मैं स्वयं भी रातभर बैठकर रेस्क्यू ऑपरेशन टीम और प्रशासन के संपर्क में था। एक मिसिंग है उनको ढूंढने के प्रयास लगातार जारी हैं। घटना की मजिस्ट्रियल जांच होगी। पुलिस ने प्रकरण भी पंजीबद्ध कर लिया है: CM pic.twitter.com/D3anySDOeo

    — Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) March 31, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

16 लोग अस्पताल में भर्ती : इंदौर संभागायुक्त डॉ.पवन देव शर्मा के मुताबिक जिला प्रशासन की टीम के साथ ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें रेस्क्यू में लगी हैं, इसके अलावा आर्मी के 75 जवान भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हैं. संभागायुक्त के अनुसार बावड़ी से 18 लोगों को रेस्क्यू किया गया था, जिसमें 2 लोग हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर घर चले गए. इसके अलावा अभी भी 16 लोग एप्पल हॉस्पिटल में भर्ती हैं. सर्च ऑपरेशन में अभी तक 36 बॉडी आईडेंटिफाई की जा चुकी हैं, इस प्रकार इस हादसे में मौत का आंकड़ा 36 है.

40 फीट गहरी बावड़ी में रेस्क्यू जारी : संभागायुक्त का कहना है कि बावड़ी 40 फीट गहरी थी, रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार चल रहा था. रेस्क्यू आधा घंटा चलता था, लेकिन इसमें पानी का लेवल बढ़ जाता था. इसलिए रेस्क्यू ऑपरेशन रोककर बार-बार पानी निकालना पड़ रहा था. हमें सभी शवों को बावड़ी से निकालने के लिए कुछ पत्थर भी तोड़ने पड़े. रेस्क्यू पूरा हो चुका है, कुल 36 लोगों की मौत हुई है."

इंदौर मंदिर हादसे में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश: हादसे के बाद अब आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुबह 9:30 बजे इंदौर पहुंचे थे, इस दौरान ने घायलों से स्वास्थ का हाल-चाल जाना, वहीं सीएम ने पीड़ितों के परिजनों से भी बीतचीत की. इस दौरान सीएम ने कहा था कि "यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, मैं स्वयं भी रातभर बैठकर रेस्क्यू ऑपरेशन टीम और प्रशासन के संपर्क में था. एक मिसिंग है उनको ढूंढने के प्रयास लगातार जारी हैं. घटना की मजिस्ट्रियल जांच होगी. पुलिस ने प्रकरण भी पंजीबद्ध कर लिया है."

प्रदेश भर में कुआं और बावड़ी की लिस्ट बनेगी: इंदौर में घटनास्थल पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि "इस घटना के बाद राज्य सरकार ने सभी ऐसे कुएं और बावड़ी को ढंकने के भी आदेश दिए हैं, बावजूद इसके अगर कोई घटना हुई तो इसमें दोषियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी."

सीएम के सामने लगे सरकार की अव्यवस्थाओं के नारे: इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दौरे के दौरान पीड़ितों के परिजनों का गुस्सा सीएम के सामने ही छलक पड़ा. दरअसल एमवाय हॉस्पिटल से लौटते समय सीएम शिवराज सिंह के सामने ही पीड़ितों के परिजनों ने प्रशासन की लापरवाही और दोषियों पर अब कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण सीएम के खिलाफ नारेबाजी की. हालांकि विधायक आकाश विजयवर्गीय ने इस बात को लोगों को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन पीड़ितों के परिजनों ने विधायक के प्रति भी नाराजगी जाहिर की. बता दें कि लोगों का कहना था कि "पूरी घटना के दोषियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इतना ही नहीं प्रशासन ने रेस्कयू ऑपरेशन चलाने में भी देरी की, जिसके कारण मौत का आंकड़ा 35 तक पहुंच गया."

भाजपा पूर्व पार्षद और मंदिर सचिव पर मामला दर्ज: फिलहाल इंदौर हादसा मामले में बेलेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और भाजपा पूर्व पार्षद सेवाराम गलानी और मंदिर सचिव के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस का कहना है कि "जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी, अभी हमने सेवाराम गलानी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है.

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आज आधे दिन के लिए बंद रहेंगे कई व्यापारिक प्रतिष्ठान: इंदौर में हुए इस हादसे के बाद शहर भर में शोक का माहौल है, इधर कई व्यापारी संगठनों ने आज हुई घटना को लेकर शहर में आधे दिन के लिए व्यापारिक गतिविधियां बंद रखने का फैसला किया है. इसमें अहिल्या चेंबर ऑफ कॉमर्स के अलावा गुजराती समाज एवं अन्य व्यवसायिक संगठनों ने शहर में दोपहर करीब 2:00 बजे तक अपने प्रतिष्ठान शोक स्वरूप बंद रहेंगे.

कैसे हुआ हादसा: गुरुवार सुबह इंदौर के स्नेह नगर के बेलेश्वर मंदिर में रामनवमी पर्व पर हवन हो रहा था, इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मंदिर में पहुंचे. बड़ी संख्या में लोग होने के कारण मंदिर के प्रांगण में बनी बावड़ी की छत पर लोग हवन करने पहुंचे. इसी दौरान अचानक बावड़ी की छत भीड़ का दबाव सहन नहीं कर सकी और तेज आवाज के साथ धंस गई. जैसे ही बावड़ी की छत गिरी बड़ी संख्या में लोग 40 फीट गहरी बावड़ी में समा गए. बावड़ी के ऊपर लोहे का शेड और लोहे की रेलिंग लगी थी. इसके ऊपर टाइल्स लगा दी गई थीं. इससे लोगों को पता ही नहीं चला कि वे लोग जहां खड़े हैं वहां गहरी बावड़ी है. बताया जाता है कि बावड़ी को बगैर भरे इसमें रेलिंग लगाकर ऊपर से टाइल्स लगाई गई थीं.

मृतकों के परिजनों ने किया अंगदान : मृतकों के परिजनों की इच्छा के मुताबिक अधिकांश परिवारों ने अंगदान का फैसला लिया है. इसमें दक्षा पटेल, इंद्र कुमार, भूमिका खानचंदानी, लक्ष्मी पटेल, मधु भम्मानी, जयंतीवाई, भारती कुकरेजा, कनक पटेल ने नेत्रदान करने का फैसला किया है. वहीं इंद्र कुमार भूमिका खानचंदानी और जयंती बाई के परिजनों ने स्किन डोनेट करने का फैसला किया है. वहीं, इस भीषण हादसे के बाद इंदौर में शोक का माहौल है. कई व्यापारी संगठनों ने शहर में आधे दिन के लिए व्यापारिक गतिविधियां बंद रखने का फैसला किया है.

इंदौर मंदिर हादसे में अब तक 35 मौतों की पुष्टि

इंदौर। बेलेश्वर महादेव मंदिर में हुए भयानक हादसे ने मध्यप्रदेश सहित पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. मंदिर की बावड़ी से लगातार डेडबॉडी निकाली गई हैं. गुरुवार देर रात 11 बजे आर्मी ने मोर्चा संभाला, जो शुक्रवार दोपहर 1 बजे तक शवों को बावड़ी से निकालने में जुटे रहे. बावड़ी काफी गहरी होने के कारण रेस्क्यू में परेशानियों को सामना टीमों को करना पड़ रहा है. इंदौर के संभायुक्त ने इस हादसे में अब तक 36 मौतों की पुष्टि प्रारंभिक तौर पर कर दी है. फिलहाल अब आज मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर पहुंचकर घायलों का हाल-चाल जाना और उनके परिजनों से मुलाकात की. वहीं मामले में 2 लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है.

  • यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।मैं स्वयं भी रातभर बैठकर रेस्क्यू ऑपरेशन टीम और प्रशासन के संपर्क में था। एक मिसिंग है उनको ढूंढने के प्रयास लगातार जारी हैं। घटना की मजिस्ट्रियल जांच होगी। पुलिस ने प्रकरण भी पंजीबद्ध कर लिया है: CM pic.twitter.com/D3anySDOeo

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16 लोग अस्पताल में भर्ती : इंदौर संभागायुक्त डॉ.पवन देव शर्मा के मुताबिक जिला प्रशासन की टीम के साथ ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें रेस्क्यू में लगी हैं, इसके अलावा आर्मी के 75 जवान भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हैं. संभागायुक्त के अनुसार बावड़ी से 18 लोगों को रेस्क्यू किया गया था, जिसमें 2 लोग हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर घर चले गए. इसके अलावा अभी भी 16 लोग एप्पल हॉस्पिटल में भर्ती हैं. सर्च ऑपरेशन में अभी तक 36 बॉडी आईडेंटिफाई की जा चुकी हैं, इस प्रकार इस हादसे में मौत का आंकड़ा 36 है.

40 फीट गहरी बावड़ी में रेस्क्यू जारी : संभागायुक्त का कहना है कि बावड़ी 40 फीट गहरी थी, रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार चल रहा था. रेस्क्यू आधा घंटा चलता था, लेकिन इसमें पानी का लेवल बढ़ जाता था. इसलिए रेस्क्यू ऑपरेशन रोककर बार-बार पानी निकालना पड़ रहा था. हमें सभी शवों को बावड़ी से निकालने के लिए कुछ पत्थर भी तोड़ने पड़े. रेस्क्यू पूरा हो चुका है, कुल 36 लोगों की मौत हुई है."

इंदौर मंदिर हादसे में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश: हादसे के बाद अब आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुबह 9:30 बजे इंदौर पहुंचे थे, इस दौरान ने घायलों से स्वास्थ का हाल-चाल जाना, वहीं सीएम ने पीड़ितों के परिजनों से भी बीतचीत की. इस दौरान सीएम ने कहा था कि "यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, मैं स्वयं भी रातभर बैठकर रेस्क्यू ऑपरेशन टीम और प्रशासन के संपर्क में था. एक मिसिंग है उनको ढूंढने के प्रयास लगातार जारी हैं. घटना की मजिस्ट्रियल जांच होगी. पुलिस ने प्रकरण भी पंजीबद्ध कर लिया है."

प्रदेश भर में कुआं और बावड़ी की लिस्ट बनेगी: इंदौर में घटनास्थल पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि "इस घटना के बाद राज्य सरकार ने सभी ऐसे कुएं और बावड़ी को ढंकने के भी आदेश दिए हैं, बावजूद इसके अगर कोई घटना हुई तो इसमें दोषियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी."

सीएम के सामने लगे सरकार की अव्यवस्थाओं के नारे: इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दौरे के दौरान पीड़ितों के परिजनों का गुस्सा सीएम के सामने ही छलक पड़ा. दरअसल एमवाय हॉस्पिटल से लौटते समय सीएम शिवराज सिंह के सामने ही पीड़ितों के परिजनों ने प्रशासन की लापरवाही और दोषियों पर अब कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण सीएम के खिलाफ नारेबाजी की. हालांकि विधायक आकाश विजयवर्गीय ने इस बात को लोगों को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन पीड़ितों के परिजनों ने विधायक के प्रति भी नाराजगी जाहिर की. बता दें कि लोगों का कहना था कि "पूरी घटना के दोषियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इतना ही नहीं प्रशासन ने रेस्कयू ऑपरेशन चलाने में भी देरी की, जिसके कारण मौत का आंकड़ा 35 तक पहुंच गया."

भाजपा पूर्व पार्षद और मंदिर सचिव पर मामला दर्ज: फिलहाल इंदौर हादसा मामले में बेलेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और भाजपा पूर्व पार्षद सेवाराम गलानी और मंदिर सचिव के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस का कहना है कि "जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी, अभी हमने सेवाराम गलानी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है.

Must Read: ये खबरें बी पढ़ें...

आज आधे दिन के लिए बंद रहेंगे कई व्यापारिक प्रतिष्ठान: इंदौर में हुए इस हादसे के बाद शहर भर में शोक का माहौल है, इधर कई व्यापारी संगठनों ने आज हुई घटना को लेकर शहर में आधे दिन के लिए व्यापारिक गतिविधियां बंद रखने का फैसला किया है. इसमें अहिल्या चेंबर ऑफ कॉमर्स के अलावा गुजराती समाज एवं अन्य व्यवसायिक संगठनों ने शहर में दोपहर करीब 2:00 बजे तक अपने प्रतिष्ठान शोक स्वरूप बंद रहेंगे.

कैसे हुआ हादसा: गुरुवार सुबह इंदौर के स्नेह नगर के बेलेश्वर मंदिर में रामनवमी पर्व पर हवन हो रहा था, इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मंदिर में पहुंचे. बड़ी संख्या में लोग होने के कारण मंदिर के प्रांगण में बनी बावड़ी की छत पर लोग हवन करने पहुंचे. इसी दौरान अचानक बावड़ी की छत भीड़ का दबाव सहन नहीं कर सकी और तेज आवाज के साथ धंस गई. जैसे ही बावड़ी की छत गिरी बड़ी संख्या में लोग 40 फीट गहरी बावड़ी में समा गए. बावड़ी के ऊपर लोहे का शेड और लोहे की रेलिंग लगी थी. इसके ऊपर टाइल्स लगा दी गई थीं. इससे लोगों को पता ही नहीं चला कि वे लोग जहां खड़े हैं वहां गहरी बावड़ी है. बताया जाता है कि बावड़ी को बगैर भरे इसमें रेलिंग लगाकर ऊपर से टाइल्स लगाई गई थीं.

मृतकों के परिजनों ने किया अंगदान : मृतकों के परिजनों की इच्छा के मुताबिक अधिकांश परिवारों ने अंगदान का फैसला लिया है. इसमें दक्षा पटेल, इंद्र कुमार, भूमिका खानचंदानी, लक्ष्मी पटेल, मधु भम्मानी, जयंतीवाई, भारती कुकरेजा, कनक पटेल ने नेत्रदान करने का फैसला किया है. वहीं इंद्र कुमार भूमिका खानचंदानी और जयंती बाई के परिजनों ने स्किन डोनेट करने का फैसला किया है. वहीं, इस भीषण हादसे के बाद इंदौर में शोक का माहौल है. कई व्यापारी संगठनों ने शहर में आधे दिन के लिए व्यापारिक गतिविधियां बंद रखने का फैसला किया है.

Last Updated : Mar 31, 2023, 1:44 PM IST
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